कलेक्टर की दी गई डेडलाइन खत्म, जिला अस्पताल में नहीं हुआ आइसीयू बनकर तैयार
ग्वालियर। अस्पतालों में निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदार को कलेक्टर द्वारा दी गई समय सीमा पूरी हो चुकी हैं, लेकिन जिला अस्पताल और हजीरा अस्पताल में आइसीयू का काम पूरा नहीं हो सका। इधर प्लांट से आक्सीजन की सप्लाई भी शुरू नहीं हो सकी। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों की ओर तो ठेकेदार ने अभी रुख ही नहीं किया। यदि काम इसी गति से चला तो आइसीयू तैयार होने में एक माह से भी अधिक समय लग सकता है। तीसरी लहर की आशंका के चलते तथा पीआइयू के ठेकेदार की धीमी चाल को देखते हुए कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सख्ती दिखाई थी। उन्होंने ठेकेदार को पांच दिन में काम पूरा करने का समय दिया था। यह हिदायत भी दी थी कि काम पूरा नहीं हुआ तो प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। इन पांच दिनों में तो केवल सिविल हजीरा अस्पताल में प्लांट बाहर से अंदर आ सका है। इसे चालू होने में अभी एक सप्ताह से भी अधिक का समय लगेगा। आइसीयू, पीआइसीयू का काम पूरा होने में अभी करीब एक माह से अधिक वक्त लगेगा।
जिला अस्पताल: यहां आइसीयू तैयार कराने के निर्देश दिए थे। इसका कार्य शुरू हुए करीब दो माह हो चुके हैं, लेकिन तैयार नहीं हुआ। इसमें अभी करीब 15 दिन से अधिक का वक्त लगेगा। जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगे हुए दो माह का वक्त बीत चला, पर मरीज के लिए आक्सीजन सप्लाई शुरू नहीं की जा सकी है।
ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में अभी कोई प्रगति नहीं: मोहना, हस्तिनापुर, डबरा में भी आक्सीजन प्लांट लगाया जाना है। इसके लिए फाउंडेशन तैयार करने के भी पीआइयू को निर्देश दिए गए थे। कुछ स्थानों पर फाउंडेशन बनकर भी तैयार हो चुका है, लेकिन आक्सीजन प्लांट कब आएगा, कुछ नहीं कहा जा सकता। भितरवार में भी आक्सीजन प्लांट प्रस्तावित हुआ है।
वर्जन-
प्लांट आ चुका है, पर चालू नहीं हुआ। आइसीयू व पीआइसीयू सहित नवीन अस्पताल तैयार होने में एक माह से भी अधिक का समय लगेगा।
डा. प्रशांत नायक, प्रभारी सिविल अस्पताल
वर्जन-
आइसीयू व प्लांट का काम पूरा करने के लिए समय सीमा दी गई थी। यदि काम पूरा नहीं हुआ है तो मैं पता करता हूं, आगे कार्रवाई भी करुंगा।