मंत्रोच्चार के बीच हुआ पार्थिव शिवलिंग का पूजन, इंद्रेश्वर महादेव मंदिर में रुद्राभिषेक
इंदौर। देवी अहिल्या उत्सव समिति द्वारा देवी अहिल्याबाई की 226वीं पुण्यतिथि सोमवार को मनाई जा रही है। इस अवसर पर सुबह राजवाड़ा स्थित अहिल्या प्रतिमा पर विभिन्ना संगठनों ने माल्यर्पण किया। इस मौके पर प्रतिमा पर की गई आकर्षक पुष्प सज्जा आकर्षण का केंद्र था। इस अवसर पर अण्णा महाराज ने मंत्रोच्चार के बीच पार्थिव शिवलिंग का पूजन किया। इसके बाद इंद्रेश्वर महादेव मंदिर पर रुद्राभिषेक हुआ। प्राचीन राजवाड़ा स्थित गोपाल मंदिर पर पूजा अर्चना की गई।
समिति की अध्यक्ष सुमित्रा महाजन व मंत्री शरयू वाघमारे ने बताया कि इस वर्ष कोरोना संकट उतना गहरा नहीं होने से समिति द्वारा मातोश्री की पुण्यतिथि पर कई आयोजन किए जा रहे हैं। सुबह आठ बजे देवी अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और अन्नाा महाराज द्वारा पार्थिव शिवलिंग का पूजन भी प्रतिमा स्थल पर हुआ। इस दौरान माता के दर्शन के लिए आमजनमानस भी जुटा। इसके बाद सुबह 10 बजे पंढरीनाथ चौराहा स्थित इंद्रेश्वर महादेव मंदिर पर रुद्राभिषेक हुआ। दोपहर 3 बजे महात्मा गांधी मार्ग स्थित ललित कला संस्थान पर गुणीजन सम्मान एवं पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में पर्यावरण के प्रति समर्पित शिक्षाविद प्रोफेसर शंकरलाल गर्ग का सम्मान किया जाएगा।
समारोह की मुख्य अतिथि महेश्वर में देवी अहिल्या के प्रति समर्पित जीवन व्यतीत करने वाली भारती ठाकुर होंगी। शाम 5:00 बजे इसी स्थान से देवी अहिल्याबाई की पालकी यात्रा निकाली जाएगी। पालकी यात्रा मार्ग पर कोई मंच नहीं लगेंगे तथा श्रद्धालु देवी अहिल्या के दर्शन भी दूर से ही करेंगे। यात्रा एमजी रोड थाना से कृष्णपुरा छत्री, लक्ष्मी मंदिर राजवाड़ा होते हुए गोपाल मंदिर पहुंचेगी। प्रतीकात्मक रूप से यात्रा में झंडा गुरु व्यायामशाला एवं मल्हारी मार्तंड व्यायामशाला के पहलवान उपस्थित रहेंगे। पालकी को श्रद्धालु अपने हाथों से उठाकर चलेंगे।