हैदराबाद में नौकरी पर वापस जाने के लिए दिया लूट को अंजाम
रायपुर: राजधानी रायपुर के खम्हारडीह थाना इलाके के ऐश्वर्या विंडमिल क्षेत्र के पास कल हुए लूटकांड में पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने इस मामले में मास्टरमाइंड सहित वारदात को अंजाम दिए तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। आपको बता दें कि पूरी वारदात का मास्टरमाइंड 21 वर्षीय रोमी रेबलो है, जो गैस एजेंसी के मालिक के यहां पूर्व में काम कर चुका है। रोमी को आफिस से लेकर घर तक की जानकारी थी।
वह पेशे से इलेक्ट्रिकल व साफ्टवेयर तकनीशियन है, जिसने पूरी घटना को अंजाम देने के लिए यह साजिश रची और अपने दोस्तों को पैसे का लालच दिखाते हुए इस षड्यंत्र में शामिल किया। रोमी ने अपने अन्य तीन साथियों संजय सोनी, राकेश सोनी व अरविंद प्रसाद गुप्ता को घटना स्थल की रेकी करवा मैनेजर द्वारा उक्त रास्ते से पैसे लेकर जाने की बात कहते हुए बिना चोट पहुंचाए पैसे लूटने के लिए कहा।
दो बाइक में आए थे चार लुटेरे, मैनेजर पहचान न ले, इसलिए मास्टरमाइंड थोड़ी दूर पर इंतजार कर रहा था
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, लुटेरे युवक पल्सर व हंक बाइक पर घटना स्थल के पास पहुंचे थे, जहां मास्टरमाइंड रोमी ने मैनेजर सुरेंद्र पाल सिंह द्वारा पहचान न लिए जाने के डर से अन्य तीन साथियों को वारदात को अंजाम देने के लिए छोड़ दिया। वह थोड़ी दूर पर खड़ा होकर इंतजार करता रहा, जिसके बाद लूट की वारदात को अंजाम दिया। युवकों के साथ वह वीवी विहार के रास्ते मोवा ब्रिज की ओर निकल गया।
आरोपितों ने सीसीटीवी कैमरे से बचने की भरपूर कोशिश की, परंतु शुक्रवार को मामले की जांच के दूसरे दिन ही पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली, जिस पर पुलिस ने वीवी विहार की ओर से जाने वाले रास्तों में लगे सारे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और सड्डू निवासी रोमी सहित रामनगर गुढ़ियारी निवासी राकेश, अरविंद व संजय को गिरफ्तार किया।
हैदराबाद वापस जाने के लिए मास्टरमाइंड रोमी ने रचा था षड्यंत्र
पुलिस पूछताछ में मास्टरमाइंड रोमी ने बताया कि उसकी नौकरी वर्ष 2020 में अमेन, हैदराबाद में थी। लाकडाउन होने के कारण वह वापस रायपुर आ गया था। अब स्थिति ठीक होने के बाद उसे वापस हैदराबाद जाकर नौकरी पुन: प्रारंभ करनी थी, जिसके लिए उसके पास पर्याप्त पैसों की व्यवस्था नहीं थी। इसलिए हैदराबाद जाने के लिए उसने अपने दोस्तों को शामिल कर लूट की इस घटना को अंजाम दिया।
दो दिन की कड़ी मेहनत के बाद चारों आरोपित चढ़े पुलिस के हत्थे
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तारकेश्वर पटेल, विधानसभा सीएसपी उदयन बेहार, खम्हारडीह थाना प्रभारी मंजूलता राठौर सहित साइबर सेल की टीम मामले की विवेचना में जुट गई तो परंतु कल दिन भर की मेहनत के बाद पुलिस को कोई अहम और ठोस सबूत हाथ नहीं लगा था। इसके बाद शुक्रवार सुबह होते ही उजाले की किरण की तरह पुलिस को मुखबिर के माध्यम से लुटेरों के वारदात को अंजाम देने के बाद किस रास्ते से वे भागे थे, इसकी सूचना मिली। पुलिस टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए देर शाम तक चारों आरोपितों को धर दबोचा।