कपिल ने हिन्दुस्तान टाइम्स पर कहा, “सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली ऐसे आलराउंडर थे जो गेंदबाजी कर सकते थे लेकिन वो प्रमुख बल्लेबाज थे। विराट और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी बिल्कुल भी गेंदबाजी नहीं करते हैं इसलिए टी20 क्रिकेट में इतनी मुशकिल हो जाती है। हर किसी को कुछ ओवर तो गेंदबाजी करने की प्रैट्किस करनी चाहिए जिससे कि उनको लय हासिल हो जाए।”

कपिल ने बताया कि अगर जो आपकी अपनी टीम के अंदर ही स्पर्धा हो तो फिर टीम का भला होता है। उन्होंने बताया कि विराट और रोहित जिस स्तर के बल्लेबाज हैं उनके बीच स्पर्धा होने से टीम को फायदा मिलता है। उन्होंने अश्विन और जडेजा को एक जैसा बताया और कहा कि बतौर आलराउंडर दोनों ही फायदा पहुंचाएंगे।

“मुझे लगता है कि जब आपके बीच स्पर्धा हो तो हमेशा ही अच्छा होता है। जैसे कि आपके पास दो तीन बल्लेबाज हैं विराट और रोहित तो आप हमेशा ही एक दूसरे से एक कदम आगे रहने की कोशिश करते हैं। इसलिए मैं कहता हूं कि अगर आपके बीच इस स्तर पर प्रतिस्पर्धा हो तो बहुत ही मदद मिलती है। अगर जो आपकी टीम में चार से पांच आलराउंडर हों तो जडेजा इनमें सबसे बेहतरीन में से एक हैं और अश्विन भी ऐसे ही हैं।”