होशंगाबाद: जिला न्यायालय में हुआ नेशनल लोक अदालत का आयोजन, इतने मामलों का हुआ निराकरण
होशंगाबाद: जिला मुख्यालय पर न्यायालय सहित इटारसी पिपरिया, सोहागपुर, सिवनी मालवा में शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें न्यायालयों में लंबित कुल 435 प्रकरणों का निपटारा किया गया, साथ ही 1699 विभिन्न विभागों से संबंधित प्रकरण निपटाये गये। इसी के साथ न्यायालयों में लंबित प्रकरणों में लगभग 7 करोड़ 47 लाख 80 हजार रुपए के अवार्ड पारित किये गये। विभागीय प्रकरणों में लगभग 1 करोड़ 42 लाख 49हजार 664 रुपये की वसूली हुई। इस लोक अदालत में मोटर दुर्घटना दावा, चैक बाउंस शमनीय अपराध, वैवाहिक मामले विद्युत चोरी से संबंधित मामलों के साथ-साथ सिविल तथा राजस्व मामले निपटारे के लिए रखे गये थे।
जिला न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष आलोक अवस्थी ने बताया कि इस नेशनल लोक अदालत से न्यायालयों में लंबित प्रकरणों में जहां 435 प्रकरणों की कमी आई, वहीं केस से जुड़े पक्षकारों में व्याप्त मतभेद हमेशा के लिए समाप्त हो गया है। लोक अदालत में पक्षकारों के धन एवं समय दोनों की बचत होती है तथा उसे लंबी न्यायिक प्रक्रिया से भी छुटकारा मिल जाता है। लोक अदालत में मोटर दुर्घटना दावा के 30 प्रकरण निराकृत हुए, जिनमे 12450000/- रूपये के अवार्ड पारित हुए। इसी तरह चैक बाउस के मामलें 183 प्रकरण में 56093445 रूपये के मामले निराकृत हुए। आपराधिक शमनीय प्रकरण 44 प्रकरण निराकृत हुए। इसी तरह वैवाहिक 50 मामले व विद्युत चोरी के 70 लंबित प्रकरण निराकृत हुए।
प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय के देव नारायण शुक्ल ने बताया कि कुटुम्ब न्यायालय में करीब पचास पारिवारिक लंबित प्रकरण की सुनवाई की गई थी। जिसमें जिसमें 17 पारिवारिक मामले का निराकरण किया गया। एक पारिवारिक मामला रेलवे के 62 वर्षीय कर्मचारी का था। जिसका आपसी समझौता कराकर दोनों पति-पत्नी को पौधा दिया। प्रधान न्यायाधीश ने बताया कि मैं 2019 से अब तक कई पारिवारिक मामलों मैं आपसी समझौते निराकरण किया है। मुझे आज अच्छा महसूस होता है कि मेरे द्वारा कई पारिवारिक मामले में मेरे द्वारा कई परिवारों को एक बार फिर गृहस्थ जीवन में शुरू कर दिया है।