पुजारी काे बंधक बनाकर मंदिर की खुदाई करने वालाें की हुई पहचान, तांत्रिक काे भी ले गए थे साथ
ग्वालियर। सांकरे बाबा के जंगल में स्थित देवी मंदिर में खजाना होने की जनश्रुति कई सालों से लोग सुन रहे हैं। इस जनश्रुति पर भरोसा कर 15 से अधिक लोगाें ने यह खजाना हासिल करने के लिए एक ही रात में मंदिर खोद दिया। यह लोग इस कार्य को निर्विध्न रूप से संपन्न कराने के लिए तांत्रिक को साथ लाए थे। पुजारी उनके कार्य में बाधक बने, उससे पहले उसे भी बंधक बना लिया। पुलिस अब भी मंदिर में खुदाई का कारण दो समाजों के बीच अधिपत्य को लेकर चल रहा विवाद मान रही है। तिघरा थाना पुलिस ने मंदिर की देखरेख करने वाले कप्तान बघेल को बुलाकर अज्ञात लोगों के खिलाफ बंधक बनाने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इन लोगों की पहचान कर ली है। पुलिस संदेहियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है। खजाने के लालच में कोई गंभीर वारदात नहीं हो जाए, इसके लिए पुलिस ने मंदिर की निगरानी भी शुरू करा दी है।
पंचापुर में सांकरे बाबा के जंगल में वर्षों पुराना सती माता का मंदिर है। क्षेत्र में चर्चा है कि मंदिर में बेश्कीमती खजाना गढ़ा हुआ है। यह खजाना मूर्ति के नीचे है। मंदिर में देवी प्रतिमा के साथ शिव परिवार भी विराजमन है। शनिवार की रात को गेंती-फावड़ा व तस्सल लेकर 15 से अधिक लोग पहुंचे। इस मंदिर की देखरेख करने वाले कप्तान पुत्र देवी बघेल को इन लोगों ने बंधक बनाकर मंदिर की खुदाई कर दी। तड़के तक खुदाई करते रहने के बाद भी कुछ हासिल नहीं हुआ तो कप्तान बघेल से पांच हजार रुपये लूटकर ले गए।
तीसरे दिन हुआ प्रकरण दर्जः तिघरा थाना पुलिस ने सोमवार को कप्तान बघेल की रिपोर्ट पर अज्ञात 15 लोगों के खिलाफ बंधक बनाने का मामला दर्ज किया है। पुलिस का दावा है कि मंदिर में खुदाई करने वालों की संदेही के रूप में पहचान की गई है। उनकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने बताया कि मंदिर में खुदाई के दौरान सभी मूर्तियां सुरक्षित हैं।