चिमटा गैंग के सरगना प्रतापगढ़ से गिरफ्तार, पांच राज्यों में तीन तरीकों से करोड़ों की ठगी कबूली
इंदौर। एटीएम मशीन में चिमटा फंसाकर रुपये निकालने वाली गैंग के दो सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने प्रतापगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों ने मप्र, छग, गुजरात, पंजाब और उप्र में तीन तरीकों से करोड़ों की ठगी और चोरी स्वीकारी है। गिरोह से एटीएम और विशेष प्रकार का चिमटा, पेचकस, कैश बरामद हुआ है। कॉल डिटेल और मोबाइल लोकेशन के आधार अन्य जगहों की घटनाएं जांची जा रही है।
एएसपी (क्राइम) गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक परदेशीपुरा, हीरानगर, ग्वालटोली, लसूड़िया और चंदननगर क्षेत्र में हुई वारदातों में पुलिस ने बरगंज उर्फ सावनसिंह,मनीष कुमार और मेहताब हसन को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में खुलासा हुआ गिरोह में जितेंद्र उर्फ धीरु पुत्र ज्ञानसिंह सोमवंशी निवासी कर्मचंदपुर लालगंज जेठवारा प्रतापगढ़ और दीपक उर्फ फतेहबहादूर पुत्र वीरेंद्रसिंह निवासी सहिजनपुर बलिकरणगंज मांधाता प्रतापगढ़ भी शामिल था। क्राइम ब्रांच ने आरोपितों को मोबाइल लोकेशन के आधार पर ढूंढा और छापा मार गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस ने हीरानगर थाना की मदद से भानगढ़ क्षेत्र से गिरफ्तारी दर्शाई है।
एएसपी के मुताबिक आरोपितों ने दुर्ग, भिलाई, रायपुर, बालाघाट, बरघाट, सिवनी सहित गुजरात, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में करोड़ों रुपये की चोरी व ठगी करना कबूल कर लिया है। एएसपी के मुताबिक आरोपित बिहार के गिरोह से जुड़े है। आरोपितों ने बताया कि तीन तरीकों से ठगी करते है। जिस शहर में रहते है वहां वारदात करने से बचते है। किराये की कार लेकर समिपस्थ राज्य में निकल जाते है और ऐसे एटीएम की रैकी करते है जहां गार्ड नहीं होते। यहां चिमटानुमा औजार फंसा देते है। दूसरा तरिका एटीएम का क्लोन करने का है। बिहार की गैंग क्लोन करने की मशीन मुहैया करवा देती है। तिसरा तरिका ग्राहकों के एटीएम बदल कर ठगी करना है।