नगर निगम उदासीन, उपनगरीय क्षेत्रों में बढ़ रहा डेंगू का कहर
जबलपुर। शहर में डेंगू, मलेरिया का कहर बढ़ता जा रहा है। लेकिन नगर निगम अब भी लापरवाह बना हुआ है। शहर में ढंग से न तो सफाई हो रही न कीटनाशक व मच्छर मारने वाले फागिंग मशीन से धुंए का छिड़काव किया जा रहा है। शहर के उपनगरीय क्षेत्र कांचघर, लालमाटी, रांझी, मानेगांव, गढ़ा सहित दमोहनाका त्रिमूर्ति नगर, अधारताल, रद्दी चौकी सहित अन्य क्षेत्रों में रोजाना एक दर्जन से अधिक पाजीटिव मरीज सामने आ रहे हैं। सरकारी रिकार्ड में अब 450 से ऊपर डेंगू पीडि़त मरीज रिकार्ड किए गए हैं। जबकि ये आंकड़ा इससे भी कहीं ज्यादा है। क्योंकि अधिकांश निजी अस्पतालाें में जांच करवा रहे हैं जिसके आंकड़े स्वास्थ्य विभाग में दर्ज नहीं है।
घरों में ही हप्ते भर पड़ा रहता है कचरा: नगर निगम की सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के तहत घरों से कचरा नहीं उठ रहा। शहर में कचरा घर खत्म कर दिए जाने से लोग घरों से निकला कचरा भी नहीं फेक पा रहे। घरों में ही एक सप्ताह तक कचरा पड़ा रहता है। जिससे संक्रामक बीमारियां भी फैल रही है। इसी तरह नाले-नालियों की सफाई भी नहीं हो पा रही है। नगर निगम का कहना है कि नगर निगम के पास खुद व ठेके के करीब तीन हजार सफाई कर्मचारी है जिसमें 50 फीसद से ज्यादा महिला कर्मचारी है। लिहाजा वे नाले-नालियों की सफाई नहीं कर पा रहीं। वहीं ठेकेदार के कर्मचारी भी नाले-नालियों में उतरने से बच रहे हैं। नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग का अमला भी इसमें सख्ती लाने की बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
संभागीय अधिकारियों का है दायित्व: नगर निगम के सभी संभागीय कार्यालयों को कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने और मच्छर मारने के लिए र्पोटवल फागिंग मशीन दी गई है। लेकिन संभागीय अधिकारी भी अपने दायित्वों का दरकिनार कर दवाओं का छिड़काव नहीं करवा रहे हैं।
आंखो देखी-
– सेठ गोविंददास वार्ड में आज नहीं पहुंची कचरा गाड़ी, डोर-टू-डोर कचरा उठाना दो महीने से है बंद
– धनवंतरी नगर जसूजा सिटी में पांच दिनों से नहीं पहुंची कचरा गाड़ी कालोनियों के बाहर जमा है कचरा
– इंदिरा मार्केट रोड बजरंग कालोनी के पास लगा है कचरे का ढेर अब तक नहीं उठाया गया कचरा
– सिविक सेंटर के चौपाटी व आस-पास की क्षेत्र की नालियां गंदगी से बजबजा रही, चारों तरफ फैला है कचरा