इंदौर एटीएम में धोखाधड़ी : प्रयागराज की जेल में बना बिहार-उप्र के बदमाशों का गिरोह, गैंग में 100 से ज्यादा युवा शामिल
इंदौर। एटीएम में छेड़छाड़ कर रुपये निकालने वाला धीरू सोमवंशी वर्षों से चोरी, हेराफेरी और धोखाधड़ी कर रहा है। उसके गैंग में 100 से ज्यादा युवा शामिल हैं। धीरू बिहार के बदमाशों से एटीएम में लगाने वाला चिमटा (औजार) बनवाकर छोटे गिरोह में सप्लाय भी करता है। क्राइम ब्रांच सप्लायरों की जानकारी जुटा रही है।
एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक, आरोपितों पर शनिवार रात परदेशीपुरा थाने में राकेश माधवसिंह की शिकायत पर छठा केस दर्ज किया गया है। इसके पूर्व चंदन नगर, हीरानगर, लसूड़िया, परदेशीपुरा, ग्वालटोली में केस दर्ज हुए हैं। बजरंग उर्फ सावन सिंह, मेहताब हसन और मनीष कुमार से हुई पूछताछ के बाद प्रतापगढ़ (उप्र) के धीरू उर्फ जितेंद्र को दीपक उर्फ फतेह बहादुर के साथ हीरानगर थाना क्षेत्र के भानगढ़ से गिरफ्तार किया।
एएसपी के मुताबिक, धीरू ने बताया कि वह पांच राज्यों में वारदात कर चुका है। एटीएम क्लोनिंग, एटीएम बदली और मशीन से छेड़छाड़ इन तीन तरीकों से वारदातें करता है। एक बार प्रयागराज की जेल में बंद हुआ था। यहां बिहार के बदमाशों से मुलाकात हुई और चिमटे से रुपये चुराने के बारे में बताया।
जेल से छूटते ही उसने चिमटे के जरिए एटीएम खाली करना शुरू कर दिया। सावन सिंह को भी उसने 40 हजार रुपये में चिमटा बेचा था। धीरू के पास चार पहिया वाहन होने से उसके गैंग में युवा जल्दी जुड़ जाते हैं। वह हर बार लड़के बदल-बदलकर ले जाता था। एएसपी के मुताबिक, उप्र व बिहार पुलिस को को भी इन गैंग की जानकारी है। आरोपितों ने तो पुलिस को रुपये देना भी कुबूला है।