भ्रष्टाचार के आरोपित भारतीय वन सेवा के अधिकारी समेत 19 के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने की बड़ी कार्रवाई, पढ़िए क्या है मामला
जबलपुर। भ्रष्टाचार में फंसे भारतीय वन सेवा के वर्ष 2008 के अधिकारी डा. शैलेंद्र कुमार गुप्ता समेत 19 लोगों के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने एफआइआर दर्ज कर ली है। वन अधिकारी गुप्ता पर आरोप है कि मंडला में पदस्थापना के दौरान अन्य आरोपितों से साठगांठ कर लकडि़यों की नीलामी प्रक्रिया में उन्होंने शासन को लाखों रुपये का चूना लगाया था। ईओडब्ल्यू एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि मंडला में बतौर वन मंडल गुप्ता ने अपने कार्यकाल में लकडि़यों की नीलामी के आदेश जारी किए थे।
नीलामी प्रक्रिया में कुल 43 संदिग्ध बिड में से 30 बिड शीट में डा. गुप्ता ने जानबूझकर बिड शीट एवं ईएमडी पंजी में ओवरराईटिंग कर नीलामी में प्राप्त वास्तविक बोली से कम राशि अंकित कर दी थी। जिससे ठेकेदारों को फायदा हुआ और शासन को करीब 13 लाख 80 हजार 100 रुपये की हानि हुई। यह जानकारी सामने आने के बाद शासन के निर्देश पर डा. गुप्ता के कार्यकाल में हुई समस्त नीलामी प्रक्रिया की जांच के लिए समिति का गठन किया गया था। इधर, ईओडब्ल्यू अधिकारियों ने आशंका जताई है कि भ्रष्टाचार का मामला करोड़ों में पहुंच सकता है। नीलामी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार करने वाले वन मंडल मंडला के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों की भूमिका का पता लगाया जा रहा है।
फरवरी में कर दिया था निलंबित: बताया जाता है कि मप्र शासन वन विभाग द्वारा छह फरवरी को शैलेंद्र गुप्ता को निलंबित कर दिया गया था। मंडला (उत्पादन) वन मंडल के अंतर्गत कालपी डिपो में नीलामी की प्रकिया में गंभीर अनियमितताएं सामने आई थीं। जिसके लिए प्रथमद्ष्टया गुप्ता को जिम्मेदार ठहराया गया था। उनके द्वारा की गई वित्तीय अनियमितता को गंभीर मानते हुए अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन एवं अपील) नियम 1969 के नियम-3 मे निहित प्रावधान के तहत उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख कार्यालय भोपाल में अटैच कर दिया गया था।
इन धाराओं के तहत एफआइआर:
धारा 420, 467, 468, 471, 120बी एवं धारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988, संशोधित 2018 की धारा 13 (1) ए , (13) 2 एवं 7 (सी)।
इनके खिलाफ हुई एफआइआर-
1-डा. शैलेंद्र गुप्ता, तत्कालीन वन मंडल अधिकारी मंडला (उत्पादन)।
2-इंद्रभान गुप्ता, ईएमडी अधिकारी (कालपी एवं रसईयादौन)।
3-रंगी लाल परते, ईएमडी अधिकारी (गाड़ासरई करंजिया)।
4-कृष्ण कुमार गुप्ता, सागर।
5-ऋषि टिम्बर, जबलपुर।
6-राजस्थान टिम्बर, गोंदिया।
7-नवीन कुमार गुप्ता, सागर।
8-मनमोहन सौ मिल, सागर।
9-एनसी शाह, गोंदिया।
10-संतोष टिम्बर, अम्बिकापुर।
11-मां नर्मदा ट्रेडर्स, डिंडौरी।
12-परमार कंस्ट्रक्शन, डिंडौरी।
13-शहजादा टिम्बर ट्रेडर्स, जसपुर।
14-रामवली फर्नीचर मार्ट, सतना।
15-तौशीफ हसन, जसपुर।
16-गोयल टिम्बर स्टोर्स, सतना।
17-इलाही टिम्बर, जसपुर।
18-रियाजुद्दीन टिम्बर, जसपुर।
19- ईरम एंड कंपनी, जसपुर