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डेंगू की आशंका, फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव शुरू

बिलासपुर। शहरी क्षेत्र में डेंगू के खतरे को देखते हुए नगर निगम द्वारा नियंत्रण तेज कर दिया गया है। पानी से भरे गड्ढे भरे जा रहे हैं। फॉगिंग के साथ एंटी लरवाबक छिड़काव शुरू कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर मलेरिया विभाग महज खानापूर्ती कर रहा है। आलम यह है कि निजी अस्पतालों से इन्हें डेंगू संदेहियों की अपडेट तक नहीं मिल रहा है। इसके बाद भी विभाग शांत बैठा हुआ है

नगर निगम कमिश्नर अजय त्रिपाठी के निर्देश पर मंगलवार से डेंगू नियंत्रण का अभियान शुरू हो चुका है। जोन स्तर पर डेंगू से बचाव एवं रोकथाम के लिए समुचित प्रयास करते हुए जोन क्षेत्र अंतर्गत जहां कहीं भी गड्ढे है जहां पानी का जमाव होता है वहां बर्न आयल का छिड़काव कर उसे भरने का काम किया जा रहा है। वार्डों में फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव कर नालियों की निगरानी की जा रही ताकि इसमे पानी का जमाव न हो। इसके अलावा लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

वहीं संदेही मरीज का पता लगाने के लिए मितानिनों के साथ डोर डोर सर्वे किया जा रहा है। दूसरी ओर मलेरिया विभाग शांत बैठा हुआ है। आलम यह है कि इन्हें अभी तक यह पता नहीं है कि जिले के अस्पतालों में कितने संदेही मरीज है। ये मरीजों की जानकारी लेने में गम्भीर नहीं है। सिर्फ अस्पताल को नोटिस भेजकर यह कहा गया कि डेंगू संदेहियों की जानकारी दें। जबकि निजी अस्पताल भी इन्हें जानकारी उपलब्ध नहीं करा रहे हैं, जिससे आने वाले दिनों में डेंगू को लेकर स्तिथि बिगड़ सकती है।

लक्षण मिलते ही कि जाएगी उपचार की व्यवस्था

वार्ड में सर्वे का काम शुरू है। मितानिनों को कहा गया है जैसे ही कोई डेंगू संदेही मिल रहा है, वैसे ही उसकी जानकारी दी जाए। ताकि तत्काल उसका डेंगू टेस्ट कराकर उपचार शुरू किया जा सके।