राज्य अधिवक्ता कार्यालय पहुंची पुलिस, जब्त किए जरूरी दस्तावेज
बिलासपुर। राज्य अधिवक्ता परिषद के पूर्व पदाधिकारियों व शिकायतकर्ता के खिलाफ जुर्म दर्ज करने के बाद चकरभाठा पुलिस ने अगले दिन शुक्रवार को हाई कोर्ट परिसर स्थित राज्य अधिवक्ता परिषद के कार्यालय में दबिश दी। इस दौरान मामले से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए। इसे लेकर दिनभर वकीलों के बीच चर्चा होती रही।
पटवारी से वकील बने संतोष पांडेय की शिकायत के आधार पर चकरभाठा पुलिस ने गुस्र्वार को राज्य अधिवक्ता परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रभाकर सिंह चंदेल, परिषद के सचिव अमित कुमार वर्मा, नामांकन समिति के सदस्य चंद्रप्रकाश जांगड़े, परिषद के कर्मचारी पुष्पेंद्र जायसवाल सहित अन्य के विस्र्द्ध जुर्म दर्ज किया है।
दूसरी ओर अधिवक्ता लाइसेंस के लिए परिषद को झूठी जानकारी देने के आरोप में शिकायकर्ता संतोष पांडेय के खिलाफ पुलिस ने जुर्म दर्ज किया है। खास बात ये कि दोनों ही कार्रवाई पुलिस ने एक ही दिन नौ घंटे के अंतराल में की है। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद गुस्र्वार को पूरे दिन और शुक्रवार को अधिवक्ताओं के बीच इस बात की चर्चा होती रही।
शुक्रवार को जांच अधिकारी सीएसपी सुनील डेविड की अगुवाई में पुलिस की टीम राज्य अधिवक्ता परिषद कार्यालय पहुंची। शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर जांच अधिकारी ने वकीलों की मौजूदगी में परिषद कार्यालय में रखे दस्तावेज को खंगाला। तकरीबन एक घंटे की जांच पड़ताल के दौरान जांच अधिकारी ने जरूरी दस्तावेज की जब्ती बनाई और वहां से रवाना हो गए।
पूर्व पदाधिकारियों पर गिरफ्तारी की लटकी तलवार
जरूरी दस्तावेज की जब्ती के बाद विवेचना शुरू होगी। चर्चा इस बात की भी हो रही है कि विवेचना के बाद पुलिस कभी भी गिरफ्तारी कर सकती है। लिहाजा पूर्व पदाधिकारियों के साथ ही शिकायत के ऊपर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
राज्य अधिवक्ता परिषद कार्यालय में जरूरी दस्तावेज को जब्त किया गया है। वकीलों की मौजूदगी में कार्रवाई की गई है। दस्तावेज के आधार पर विवेचना शुरू की जा रही है।