विवाद के बाद रालामंडल एसडीओ ने नहीं लगाई कर्मचारी की ड्यूटी, वरिष्ठ अधिकारियों से की शिकायत
इंदौर। रालामंडल एसडीओ और कर्मचारी के बीच हुए विवाद को लेकर डीएफओ ने जांच रिपोर्ट सौंप दी। अपशब्द और गोली मारने की धमकी देने के बावजूद एसडीओ को वरिष्ठ अधिकारियों ने क्लीन चिट दे दी है। इसके चलते अब कर्मचारी को परेशान किया जा रहा है। तीन दिन से कर्मचारी की ड्यूटी नहीं लगाई है। मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी है। कर्मचारी का कहना है कि एसडीओ ने ड्यूटी चार्ज नहीं बताया। यहां तक रेंजर भी ड्यटी किस जगह करनी है, इसकी जानकारी नहीं दे रही है।
बीते शनिवार को ड्यूटी लगाने को लेकर एसडीओ दिनेश वास्केल और कर्मचारी देवेंद्र तोमर के बीच विवाद हुआ। कर्मचारी ने एसडीओ पर गोली मारने की धमकी देना और एसटी-एससी एक्ट में फंसाने जैसे आरोप लगाए। तेजाजी नगर थाने में शिकायत के बाद वन विभाग ने जांच शुरू की। रविवार को डीएफओ नरेंद्र पंडवा ने शिकायतकर्ता, प्रत्यक्षदर्शियों और एसडीओ के बयान दर्ज किए। सूत्रों के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शी सरला सोनडिया के बयान के दौरान एसडीओ वास्केल भी कमरे में मौजूद थे, जबकि शनिवार रात को प्रत्यक्षदर्शी विकास योगी और एसडीओ ने घंटेभर शिकारगाह पर ले जाकर चर्चा की।
रालामंडल अभयारण्य के वनकर्मियों के मुताबिक विकास ने उसके बाद ही अपने बयान बदले है। सोमवार को डीएफओ ने रिपोर्ट सौंपी। वनकर्मियों के मुताबिक दवाब में प्रत्यक्षदर्शियों ने बयान दिए है। सीसीएफ सीएच मोहंता भी रिपोर्ट से संतृष्ट नहीं है। सोमवार से कर्मचारी की ड्यूटी नहीं लगाई है। बार-बार पूछने पर एसडीओ द्वारा कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। यहां तक बाकी स्टाफ ने भी तोमर से दूरियां बना ली है। बताया जाता है कि एसडीओ को खुश करने के लिए स्टाफ ने तोमर से बात बंद कर दी। यहां तक रेंजर पुष्पलता मौर्य भी तोमर को कहां ड्यूटी करना है। ये नहीं बता पा रही है।