ज्ञानेश्वर पाटिल को मिल गया चौहान और चिटनीस के टकराव का फायदा ! प्रत्याशी के चयन की Inside Story
बुरहानपुर: बीजेपी ने तमाम अटकलों के बाद और कशमकश के बीच खंडवा लोक सभा सीट के लिए अपने दावेदार की घोषणा कर दी है। बीजेपी ने पूर्व सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के करीबी ज्ञानेश्वर नत्थू पाटिल को अपना उम्मीदवार चुना है। दरअसल कांग्रेस के अरुण यादव के चुनाव लड़ने से मना करने के बाद खंडवा लोकसभा सीट पर समीकरण बदल गए थे। बीजेपी के दिवंगत सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान की मृत्यु के बाद खाली हुई सीट पर उनके सुपुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस और ज्ञानेश्वर पाटिल दौड़ में थे लेकिन कांग्रेस के अरुण यादव के चुनाव लड़ने से मना करने के बाद बीजेपी ने अपना ओबीसी कार्ड खेलते हुए ज्ञानेश्वर नत्थू पाटिल को देर रात अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
जन्म और राजनीतिक सफर…
ज्ञानेश्वर पाटिल बुरहानपुर के एक छोटे से ग्राम बोहोड़ा से आते हैं। जिनका जन्म 27 जनवरी 1969 में हुआ है। इन की शैक्षणिक योग्यता बीकॉम स्नातक है। उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1987 में अ. भा. विद्यार्थी परिषद से जुड़कर हुई जिसके बाद यह पार्टी में विभिन्न पदों से होते हुए सक्रिय राजनीति से जोड़कर वर्ष 2002 से लेकर 2005 तक पूर्व निमाड़ खंडवा बुरहानपुर के जिला पंचायत अध्यक्ष रहे। इसके पश्चात बुरहानपुर जिला बनने पर जिला पंचायत की सीट आरक्षित हुई और उन्होंने अपनी पत्नी जय ज्ञानेश्वर पाटिल को जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर आसीन करवाकर भाजपा को विजय दिलवाई।
ज्ञानेश्वर पाटिल सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के करीबी होकर उनका चुनाव बूथ मैनेजमेंट देखा करते थे। आज आज दोपहर 1 बजे सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत बड़े नेताओं के साथ मिलकर भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल अपना नामांकन दाखिल करेंगे। ज्ञानेश्वर पाटिल को चुनाव मैनेजमेंट देखने का बहुत अच्छा अनुभव होने के चलते भाजपा ने इन पर विश्वास जताया है। अब देखना यह होगा कि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ज्ञानेश्वर पाटिल उपचुनाव में भाजपा को विजय दिलवा पाते हैं या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा।