सफल होना है तो दूसरों से पहले स्वयं से करें प्रतियोगिता – जागृति अवस्थी
संत हिरदाराम नगर। सिविल सेवा परीक्षा में देशभर में दूसरे नंबर पर रही शहर की लाड़ली बेटी जागृति अवस्थी ने कहा है कि सफल होना है तो दूसरो से पहले स्वयं से प्रतियोगिता करनी होगी। आत्मविश्वास विकसित करना होगा। उन्होंने बैरागढ़ में स्थित संत हिरदाराम गर्ल्स कॉलेज में विशेष व्याख्यान सत्र के तहत अपने उद्बोधन में यह बात कही।
परमहंस संत हिरदाराम साहिब जी के उत्तराधिकारी सन्त सिद्धभाऊ की गरिमामयी उपस्थिति में संत हिरदाराम ऑडीटोरियम में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. डालिमा पारवानी ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि जागृति जी द्वारा एक प्रतिष्ठित पद का त्याग कर सिविल सेवा के लिए प्रयास करना यह साबित करता है कि दृढ़ निश्चय, सकारात्मकता और निरन्तर प्रयास हमें लक्ष्य तक पहुंचाता है। संत सिद्धभाऊ ने कहा कि विद्यार्थी लक्ष्य निर्धारित कर उसे प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प करें, जीवन में अहंकार से सदैव दूर रहें तथा माता-पिता को सर्वस्व मानकर उनका आदर करें।
सफलता के लिए पहले छोटे-छोटे लक्ष्य बनाएं
अपने प्रेरक उद्बोधन में जागृति अवस्थी ने कहा कि संस्था के आध्यात्मिक वातावरण ने मुझे नई ऊर्जा प्रदान की है। हमें अपने जीवन में सफलता के लिये छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए, जो कि बड़े सपने को पूरा करने के लिए प्रेरणा प्रदान करें तथा उत्कृष्टता से उन छोटे-छोटे लक्ष्यों पर विजय प्राप्त करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं के सुधार पर सबसे अधिक कार्य करना चाहिए, जिससे उनका व्यक्तित्व निखरेगा।
छात्राओं को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि लिखकर पढ़ने की आदत डालें और टेक्नोलॉजी का प्रयोग पूरी सावधानी के साथ जहां
अत्यावश्यक हो, वहीं करें। अपने उद्बोधन में उन्होंने छात्राओं को महात्मा गांधी के विचारानुसार बुद्धि, हृदय और कार्य के मध्य एकात्म स्थापित करने की बात कही। सफलता के मुख्य बिन्दु के तौर पर स्वयं से प्रतियोगिता करना एवं प्रकृति के चक्र अनुसार दिनचर्या का पालन करना बताया। उद्बोधन के उपरांत जागृति अवस्थी ने विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी शंकाओं का समाधान किया।