सात लाख के इनामी तीन नक्सलियों ने किया समर्पण
दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को सात लाख रुपये के इनामी तीन नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष लोन वर्राटू के तहत आत्मसमर्पण कर घर वापसी की। इनमें एक नक्सली सुकमा जिले के मिनपा विस्फोट-फायरिंग में शामिल था, जिसमें 19 जवान शहीद हो गए थे।
पुलिस के मुताबिक नक्सल संगठन में गंगालूर लोकल स्क्वायड आर्गेनाइजेशन (एलएसओ) का डिप्टी कमांडर सुखनाथ पोटाम तीन लाख रुपये का इनामी है। वह बीजापुर जिले के गंगालूर थानांतर्गत कोरचोली निवासी है। दूसरा आत्मसमर्पित नक्सली गंगालूर क्षेत्र के ही पालनार पटेलपारा निवासी दो लाख रुपये का इनामी लक्ष्मण भोगाम है, जो नक्सलियों की डाक्टर टीम का प्रभारी था।
सुखराम पर आरोप है कि वह 2008 से अब तक कई मुठभेड़ और अन्य घटनाओं में शामिल रहा है। अलग- अलग वारदातों में उसकी टीम ने छह जवानों को शहीद किया है। इसी तरह लक्ष्मण भोगाम भी बीजापुर जिले के दो जवानों को शहीद करने वाले मुठभेड़ में शामिल था। इसके अलावा भी वह इस क्षेत्र में नक्सलियों से जुड़ी बाकी गतिविधियों में शामिल होता था और कई मौके पर पूरी टीम का नेतृत्व भी करता था।
वहीं दो लाख रुपये के इनामी नक्सली मनकू ताती ने मंगलवार को दंतेवाड़ा के बचेली थाना में आत्मसमर्पण कर दिया। नक्सलियों के प्लाटून नंबर दो का सदस्य बीजापुर के कुटरू थानांतर्गत दरभा गढ़मिरी निवासी मनकू ने बताया कि वह बाल संघम सदस्य के रूप में नक्सली संगठन में आया था। वर्ष 2020 में सुकमा जिले के मिनपा क्षेत्र में गश्त पर निकली फोर्स पर घात लगाकर विस्फोट और फायरिंग करने की घटना में वह शामिल था। इसमें 19 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।