अवैध कालाेनियाें पर चली थ्रीडी मशीन
ग्वालियर। नगर निगम सीमा में अवैध रूप से जीडीए की नोटिफाइड भूमि पर बनी तीन अवैध कालोनियों को नगर निगम की भवन शाखा ने थ्रीडी मशीन की मदद से तोड़ दिया। इन कालोनियों में कालोनाइजरों ने सड़क, सीवर लाइन आदि डालकर प्लाटिंग शुरू कर दी थी। साथ ही इनमें से अधिकांश भूखंडों को कालोनाइजरों ने बेच भी दिया है। दो दिन की कार्रवाई में नगर निगम ने छह कालोनियों को तोड़ा। वहीं 7वीं कालोनी पर एक-दो दिन में कार्रवाई की जाएगी। इस कालोनी में एक छोटा सा हिस्सा नोटिफाइड है, जबकि बाकी की कालोनी अवैध है। नोटिफाइड हिस्से को छोड़कर बाकी की कालोनी पर निगम कार्रवाई करेगा।
सिटी प्लानर पवन सिंघल व भवन अधिकारी बृजकिशोर त्यागी ने बताया कि अवैध कालोनी वाला क्षेत्र ग्वालियर विकास प्राधिकरण(जीडीए) की महादजी नगर योजना में नोटिफाइड है। इस क्षेत्र में बगैर जीडीए की अनुमति के कालोनी नहीं बसाई जा सकती है, लेकिन वहां पर भू- माफिया ने नगर निगम और जीडीए से बिना इजाजत लिए अवैध कालोनी काट दी। इन कालोनियों पर कार्रवाई के लिए जीडीए ने नगर निगम को पत्र भी लिखा था।
इन लोगों ने काटी है अवैध कालोनीः नगर निगम और जीडीए से बिना परमिशन लिए कालोनी काटने वालों में धर्मेंद्र, जितेंद्र सिंह पुत्र मोहर सिंह यादव, वीरेंद्र पुत्र रमेश चन्द्र वैश्य, प्रीतम सिंह, गजराज सिंह, मनोज जैन पुत्र सोहनलाल जैन, अध्यक्ष मनोदीप हायर एजुकेशन सोसायटी, आनंद अग्रवाल पुत्र रामबाबू अग्रवाल, निवासी सिंधी कालोनी, मैसर्स संस्कृत बिल्डर्स एवं कालोनाइजर्स गिरीश शर्मा पुत्र ओमप्रकाश शर्मा और लोकमान्य गृह निर्माण समिति एवं सुदर्शन रियल एस्टेट, आनंद शुक्ला एवं हरवंशलाल गुप्ता का नाम शामिल है।
न्यायालय में होगा प्रकरण दर्जः नगर निगम द्वारा इन सभी कालोनाइजरों के खिलाफ न्यायालय में प्रकरण दर्ज कराया जा रहा है। यह प्रकरण संभवत: सोमवार को दर्ज हो जाएगा।