डुड़िया के बच्चों ने लिया पानी बचाने का संकल्प
बालोद। जल एक ऐसी बुनियादी आवश्यकता है, जिसके बिना इस धरती पर मनुष्य तो क्या पेड़-पौधों और जीव-जंतु को भी जीवित रहने की कल्पना नहीं की जा सकती है। यह माना जा रहा है कि आने वाले समय में भारत उन देशों में से एक होगा। जो जल संकट की भीषण विपदा से जूझ रहा होगा।
20 वर्षों से पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभा रहे। बालोद जिले के दल्ली राजहरा में रहने वाले ग्रीन कमांडो के नाम से पूरे प्रदेश में जाने वाले विरेन्द्र सिंह ने ग्राम डुड़िया के छोटे छोटे बच्चों को जल की महत्ता बताते हुए कहा कि जल हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण व उपयोगी है जल का एक एक बूंद हमारे लिए अमृत के समान है जिसे बचाना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि आने भविष्य के लिए जलसंकट की समस्या उत्पन्न् हो सकती है।
ग्रीन कमांडो विरेन्द्र सिंह को वर्ष 2011 में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जल स्टार पुरूस्कार से सम्मानित किया गया है। अभी तक के अपने 20 वर्षों के सफर में विरेन्द्र ने छत्तीसगढ़ के जिलों में जन सहयोग द्वारा 35 तालाबों, दो कुड़ एक नदी तादुंला नदी और कई नालों की सफाई करवाई है। यह सफर अभी भी जारी है। केवल बालोद या छत्तीसगढ़ को नहीं समस्त देशवासियों को जल योद्धा विरेन्द्र सिंह पर गर्व करना चाहिए।
विरेन्द्र सिंह को जल योद्धा, जल स्टार, और ग्रीन कमांडो, कोरोना योद्धा के नाम से जाना जाता है। जल संरक्षण, वन्य प्राणी संरक्षण, पॉलिथीन मुक्ति, साक्षरता, महिला सशक्तिकरण इत्यादि क्षेत्रों में विवाह में जल जागरूकता की दिलचस्प कहानी है। जिसमें ग्राम डुड़िया के पर्यावरण रक्षक यशवंत कुमार टंडन, विनोद कुमार टंडन, संतलाल देवांगन, दीपिका देशलहरे,निकिता देशलहरे, निधि देशलहरे, दामिनी टंडन,अनमोल टंडन, प्रियांचल टंडन, गुलशन टंडन ,सती देशलहरे उपस्थित थे।