जीएसटी की टीम ने दबिश देकर महावीर कोल वासरी के ठिकानों से जब्त किया जरूरी दस्तावेज
बिलासपुर। महावीर कोल वासरी मुख्यालय सहित दो ठिकानों पर गुड्स एंड सर्विस टैक्स (वस्तु एवं सेवा कर) जीएसटी की टीम ने 10 घंटे 15 मिनट दबिश देने के बाद बुधवार को जरूरी दस्तावेज लेकर वापस चली गई। टीम ने व्यापार विहार स्थित मुख्य कार्यालय से दस्तावजों के साथ आनलाइन लेन-देन से संबंधित डाटा भी एकत्र किया है
कोयला कारोबारी जैन बंधुओं के व्यापार विहार स्थित महावीर कोल वासरी सहित दो अन्य ठिकानों पर पहुंची थी। रायपुर-बिलासपुर की संयुक्त जीएसटी टीम ने टीम मंगलवार दोपहर 12 बजे से लेकर रात 10 बजे तक दस्तावेजों को खंगाला। व्यापार विहार मुख्यालय सहित बलौदा और बेलमुंडी स्थित कोल वासरी का दस्तावेज को भी बरामद किया। बैंक का विस्तृत लेखा-जोखा एवं जमा किए गए जीएसटी से मिलान किया।
कम्प्युटर में दर्ज जानकारियों को भी एकत्र किया। बड़ा कारोबार होने के कारण टीम को दस्तावेज एकत्र करने में काफी समय लगा। बुधवार की सुबह लौट गई। खबर है कि टीम ने दस्तावेजों को ले जाने के बाद जैन बंधुओं को भी राजधानी तलब किया है। हालांकी इस संबंध में कोई भी कुछ बोलने से इंकार कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अभी जैन बंधु विनोद जैप, विशाल जैन और विकास जैन अभी बिलासपुर में नहीं है। कंपनी के अधिकारियों की मानें तो टीम अभी अपने हिसाब से दस्तावेज एकत्र कर ले गई है। संभव हुआ तो फिर से आ सकती है।
अघोषित संपत्ति व लेनदेन में गड़बड़ी
जीएसटी की टीम को जैन बंधुओं के खिलाफ अघोषित तौर पर व्यापारिक लेनदेन की शिकायत मिल रही थी। करोड़ों की लेनदेन का हिसाब नहीं मिलने की वजह से यह सर्वे करने पहुंची थी। हालांकी अभी तक जीएसटी के आयुक्त या अधिकारियों के ओर कोई बयान नहीं आया है। बयान जारी होने के बाद ही पूरे मामले से पर्दा हटेगा।
कम जीएसटी रिटर्न भरने का शक
जानकारी के मुताबिक इस सर्वे में पता चला है कि कंपनी की ओर से विस्तृत लेखा जोखा समय पर प्रस्तुत नहीं किया गया है। जो रिकार्ड पेश किया जाएगा, उसका अभी मिलान होगा। मिलान के बाद ही टीम किसी निष्कर्ष पर पहुंचेगी। यानी पूरी छानबीन के बाद कार्रवाई तय की जाएगी। रिटर्न कम दाखिल करने का भी संदेह है।