क्या TMC में फिर शामिल होंगे सुवेंदु अधिकारी? BJP नेता अनिर्बान गांगुली ने दिया जवाब
पश्चिम बंगाल से भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अनिर्बान गांगुली ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2016 में सत्ता में आने के बाद से पेगासस का इस्तेमाल कर रही हैं। गांगुली ने टीएमसी महासचिव कुणाल घोष के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि जिसमें कहा जा रहा था कि भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी तृणमूल कांग्रेस में फिर से शामिल होना चाहते हैं क्योंकि वह भाजपा में घुटन महसूस कर रहे हैं।
गांगुली ने कहा, “कुणाल घोष को कैसे पता चला कि अधिकारी भारतीय जनता पार्टी छोड़ना चाहते हैं? क्या घोष ने अधिकारी का फोन टैप किया? मेरा मानना है कि टीएमसी फोन टैप करने के लिए पेगासस का उपयोग करती है। 2016 से ही ममता बनर्जी पेगासस का उपयोग कर रही हैं। अगर ममता ने फोन टैप किया है, तो उन्होंने रिकॉर्ड की गई बातचीत को सार्वजनिक क्यों नहीं किया? यह स्पष्ट है कि वे (टीएमसी) झूठ बोल रहे हैं।”
भाजपा नेता ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के भीतर आंतरिक संबंध बहुत खराब चल रहे हैं और दो गुटों में बंटे हुए हैं। गांगुली ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के आंतरिक संबंध और पार्टी में स्थिति बहुत खराब है। अभी, अनुशासनहीनता अपने चरम पर पहुंच गई है। तृणमूल कांग्रेस दो गुटों में बैठी है, कुणाल घोष अभिषेक बनर्जी के गुट में हैं जबकि कल्याण बनर्जी ममता बनर्जी के गुट में हैं।
उन्होंने आगे कहा, “कुणाल घोष और उनके बयान लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश हैं। लोग जानते हैं कि टीएमसी में कोई किसी की नहीं सुनता। कोई ममता बनर्जी के आदेश का पालन भी नहीं कर रहा है। अपनी ही पार्टी में अभिषेक बनर्जी का झुकाव खुद की ओर है। राजनीति छोड़कर संन्यास का विकल्प चुनें।”
ये खबर अहम इसलिए है क्योंकि पश्चिम बंगाल के सभी चार नगर निगमों सिलीगुड़ी, बिधाननगर, चंदननगर और आसनसोल में शनिवार को COVID-19 प्रोटोकॉल के साथ मतदान चल रहा है। मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चलेगा। मतगणना 14 फरवरी को होगी। हर मतदान केंद्र पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। नदी में पेट्रोलिंग के साथ-साथ नाका चेकिंग भी चल रही है।
निकाय चुनाव पहले 22 जनवरी, 2022 को होने वाले थे। हालांकि, उच्च न्यायालय ने यह कहते हुए 4-6 सप्ताह के लिए चुनाव स्थगित कर दिया था कि COVID-19 की तीसरी लहर ने राज्य को प्रभावित किया है और निवासियों का जीवन प्रभावित हुआ है। अगर चुनाव हुए तो राज्य के लिए खतरा पैदा हो जाएगा।