जमा कराए पांच लाख लाइसेंसी असलहे, दबोचे गए 6837 शराब तस्कर
लखनऊ। पंचायत चुनाव के प्रथम चरण का नामांकन शुरू होने के साथ ही पुलिस की सतर्कता और बढ़ा दी गई है। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने अपराधियों पर कार्रवाई के लिए कड़े निर्देश दिए हैं। चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने शस्त्र लाइसेंसों को जमा कराने की कार्रवाई भी तेज की है। 15 फरवरी से अब तक सूबे में 5.11 लाख से अधिक लाइसेंसी शस्त्र जमा कराए जा चुके हैं।
डीजीपी के निर्देश पर 24 मार्च से चल रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस ने बीते 10 दिनों में 1567 अवैध असलहे बरामद किए हैं, जिनमें 40 शस्त्र फैक्ट्री मेड हैं। 2617 कारतूस भी बरामद किए गए हैं। इसके अलावा अवैध शराब करोबार में लिप्त 6837 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। अवैध शराब की 929 भट्टियां भी नष्ट कराई गई हैं। 27280 आरोपितों का शांति भंग के तहत चालान किए जाने के साथ ही 12 मामलों में एनएसए के तहत कार्रवाई भी की गई है। गैंगेस्टर एक्ट के तहत 482 आरोपित गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं। डीजीपी ने ग्रामीण क्षेत्रों में गश्त बढ़ाए जाने के साथ ही अवांछित तत्वों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई किए जाने के कड़े निर्देश दिए हैं। सभी एडीजी जोन को अवैध शराब व अवैध शस्त्र बरामद करने के लिए चलाए जा रहे अभियान पर सीधी नजर रखने का निर्देश भी दिया है।
पुलिस के दो और ट्विटर एकाउंट : कानपुर आउटर व वाराणसी ग्रामीण के भी ट्विटर एकाउंट बन गए हैं। अब इन क्षेत्र में होने वाली घटनाओं के संबंध में तथ्यात्मक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए सोशल मीडिया के इस प्लेटफार्म का उपयोग किया जाएगा।
सी-प्लान एप होगा अहम : पंचायत चुनाव में पुलिस का सी-प्लान एप उसका बड़ा मददगार होगा। लोकसभा चुनाव के दौरान इस एप को आजमा चुकी पुलिस एक बार फिर अफवाहों व भ्रामक सूचनाओं पर काबू पाने के लिए इसका प्रयोग करेगी। इस एप से 10 लाख से अधिक लोगों को जोड़ा गया है। डीजीपी मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम से इस एप के जरिए भेजे जाने वाले संदेशों की निगरानी की व्यवस्था होगी। एप के जरिए पुलिस एसएमएस से लोगों तक सही तथ्यों को पहुंचाएगी। इस एप को यूपी 112 से भी जोड़ा गया है।