तीन प्राध्यापक कोरोना संक्रमित, छह में लक्षण, डीपी विप्र महाविद्यालय बंद
बिलासपुर। डीपी विप्र पीजी महाविद्यालय में तीन प्राध्यापक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा आधा दर्जन में सर्दी, खांसी व बुखार सहित अन्य लक्षण हैं। संक्रमण बढ़ने के डर से प्रबंधन ने तत्काल 22 विभागों को सैनिटाइज कराया है। प्राचार्य डा. अंजु शुक्ला का कहना है कि संपर्क में आए सभी प्राध्यापकों और कर्मचारियों को कोरोना जांच कराने के लिए कहा गया है। कालेज अभी बंद है।
होली के बाद से लगातार प्राध्यापक कोरोना संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। ताजा मामला डीपी विप्र पीजी महाविद्यालय का है। भौतिकी और रसायन शास्त्र विभाग के एक-एक प्राध्यापक संक्रमित पाए गए हैं। वहीं एक अतिथि प्राध्यापक की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। महाविद्यालय में सात नियमित प्राध्यापकों समेत यूजीसी की धारा 28 के अंतर्गत नियुक्त 31 व 35 अतिथि प्राध्यापक हैं।
इनमें छह प्राध्यापकों में एक सप्ताह से कोरोना के लक्षण हैं। जानकारी के बाद प्राचार्य ने सभी को होम क्वारंटाइन में रहने का आदेश दिया। एक प्राध्यापक अस्पताल में भर्ती हैं। संक्रमण के खतरे को देखते हुए फिलहाल कालेज बंद कर दिया गया है। सोमवार से आनलाइन कक्षाएं और प्रायोगिक कार्य के लिए 50 फीसद रोस्टर के तहत व्यवस्था करने की तैयारी है।
मुक्त विश्वविद्यालय में भी तीन कर्मचारी आए चपेट में
पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय में 150 अधिकारी और कर्मचारियों की कोरोना जांच कराई गई थी। इनमें वित्त और अकादमिक विभाग से तीन कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं। कुलपति डा. बंश गोपाल सिंह ने बताया कि अभी अधिकांश कर्मचारियों की रिपोर्ट नहीं आई है।
ऐसे में संक्रमितों की संख्या बढ़ने की आशंका है। कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सभी संक्रमितों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। गौरतलब है कि पिछले महीने अभियांत्रिकी और शिक्षा विभाग में कार्यरत तीनों कर्मचारी संक्रमित मिले थे।
तीन प्राध्यापक कोरोना संक्रमित मिले हैं। उन्हें क्वारंटाइन करने को कहा गया है। कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। फिलहाल महाविद्यालय बंद है। 22 विभागों को 208 लीटर सैनिटाइजर से दो बार सैनिटाइज कराया गया है। सावधानी बरतते हुए मास्क, सैनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग के साथ आक्सीमीटर की भी व्यवस्था की गई है।
डा. अंजु शुक्ला, प्राचार्य
डीपी विप्र पीजी महाविद्यालय