ठेकेदार ने नहीं किया भुगतान, इसलिए पटरी पर रखे थे स्लीपर
बिलासपुर।भनवारटंक और खोंगसरा रेलवे स्टेशन के बीच पटरी पर सीमेंट के दो स्लीपर रखने वाले चार आरोपितों को आरपीएफ व पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक अब भी फरारा है। पकड़े गए आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने स्लीपर इसलिए रखा था, क्योंकि रेलवे के ठेकेदार ने काम कराने के बाद मजदूरी भुगतान नहीं किया था। आरोपितों के खिलाफ बेलगहना चौकी में कार्रवाई चल रही है।
अज्ञात लोगों ने दोनों स्टेशन के बीच किमी नंबर 787 पर अप और डाउन लाइन पर सीमेंट का स्लीपर रख दिया था। यह घटना पिछले दिनों सामने आई थी। जिसमें रेलवे के इंजीनियर ने इसकी शिकायत बेलगहना चौकी में की थी। इस पर अज्ञात लोगों के खिलाफ जुर्म भी दर्ज कर लिया गया था। शिकायत में रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और जानमाल पर खतरा उत्पन्न् करने की बात कही गई थी।
अप लाइन पर मालगाड़ी का इंजन टकरा गया था। वहीं, डाउन लाइन में भी एक इंजन टकराया। इससे इंजन का कैटल गार्ड क्षतिग्रस्त हो गया। घटना के बाद से पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही थी। पेंड्रा आरपीएफ भी अपने स्तर पर मामले की जांच कर रही थी। इस पर एक संदेही पकड़ा गया। जिससे पूछताछ की गई तो उसने स्लीपर रखने का अपराध स्वीकार कर लिया।
इसके साथ चार और का नाम भी सामने आया। सभी जंगल में छिपे हुए थे। आरपीएफ व पुलिस की संयुक्त टीम घेराबंदी कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। एक मौके से फरार हो गया। पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि सभी रेलवे में ठेकेदार के अंदर काम करते हैं। ठेकेदार गिट्टी छानने, पटरी व स्लीपर बिछाने जैसे काम लेता है। पर उसने मजदूरी का भुगतान नहीं किया था।
बार- बार उनके द्वारा मांग करने पर भुगतान नहीं हुआ। तब नाराज होकर स्लीपर को रख दिए। बेलगहना चौकी में आरोपितों का बयान व अन्य जानकारी खंगाली जा रही है। पकड़े गए चारों आरोपित घटना स्थल से करीब एक किमी दूर टाटीधार के रहने वाले हैं।