न इंजेक्शन-न आक्सीजन प्रशासन-सरकार आखिर कर क्या रहें, कलेक्टर से बोले कांग्रेस नेता
इंदौर। शहर की स्थिति भयावह है। लोगों को न इंजेक्शन मिल रहा है न आक्सीजन। सालभर से हम सहयोग कर रहे हैं। प्रशासन और सरकार कुछ कर नहीं पा रहे। कांग्रेस नेताओं ने कलेक्टर मनीष सिंह से मुलाकात के दौरान शहर की स्थिति पर सरकारी व्यवस्थाओं को कटघरे में खड़ा किया। गुरुवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल रेसीडेंसी कोठी में कलेक्टर से मिलने पहुंचा था। पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा की अगुुवाई में पहुंचे कांग्रेस नेताओं शहर के हाल पर ठोस कदम उठाने की मांग की। विधायक संजय शुक्ला ने कोरा चेक दिखाते हुए कहा कि जितना चाहे पैसा ले लो पर जनता के लिए इंजेक्शन दे दो। कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि शुक्रवार को ही रेमडिसीविर की बड़ी खेप मिलने वाली है।
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल में जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल के साथ ही प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष डा विक्रांत भूरिया भी शामिल थे। पटवारी ने कलेक्टर से कहा कि सालभर से यहयोग के नाम पर कांग्रेस के धैर्य की परीक्षा ली जा रही है। ऐसा ही चलता रहा तो कांग्रेस को विरोध करने सड़क पर उतरना होगा। कलेक्टर और पटवारी पर इस पर गर्मागर्म बहस भी हुई। कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन को पता है क्या करना है। पीथमपुर में एक एसडीएम तैनात कर दिया है। पूरी आक्सीजन मरीजों के लिए आएगी। रात 3.30 बजे तक वे गैस भरवाते रहे।
सज्जन वर्मा ने साफ कहा कि सालभर में अस्पतालों में बिस्तर बढ़ाना तो दूर आक्सीजन की व्यवस्था भी नहीं करना सरकार की नाकामी है। सरकार और प्रशासन झूठे आंकड़े पेश कर रहा है। यदि लाकडाउन लगाया जाता है तो गरीबों के राशन की व्यवस्था करना चाहिए। आखिर गरीब मरीज इंजेक्शन कैसे खरीदेगा। इस पर कलेक्टर ने कहा कि सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल में दो हजार इंजेक्शन की खेप कल आ सकती है। वह गरीब मरीजों को उपलब्ध कराया जाएगा।
डा. भूरिया ने कहा कि रेमडिसीविर कम गंभीर मरीज को लगाने की जरुरत नहीं है। इसका विकल्प फेबिफ्लू दवा भी हो सकती है। लेकिन उसकी भी कमी नजर आ रही है। पटवारी और बाकलीवाल ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी में कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों को बुलाया तक नहीं जाता। क्या शहर हमारा नहीं है। इस कलेक्टर ने कहा कि पहली दो बैठक में बुलाने पर आप आए नहीं।
कांग्रेस नेताओं ने भड़कते हुए कहा कि प्रशासन जनप्रतिनिधियों के साथ बर्ताव सही रखना चाहिए। सज्जनसिंह वर्मा ने बैठक खत्म करने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री व्यवस्था करने की बजाय ढोंग कर रहे हैं। प्रशासन आंकड़े छुपा रहा है और दवा से लेकर लाकडाउन तक में गरीबों को परेशान कर रहा है।