लाकडाउन की अटकलाें के बीच बाजार में उमड़ने लगी भीड़
बिलासपुर। कोरबा कलेक्टर ने 12 मार्च से लाकडाउन का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश के साथ ही बिलासपुर जिले में भी लाकडाउन को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। छोटे से लेकर बड़े व्यावसायी व उद्यमियों के बीच इस बात की चर्चा होने लगी है कि जिले में अगर लाकडाउन हो गया तब कैसी स्थिति बनेगी।
बाजार और व्यवसाय एक बार फिर बेपटरी हो जाएगी। अटकलाें के बीच बाजार में उमड़ने वाली भीड़ पर किसी का नियंत्रण नहीं रह गया है। लोगों की भीड़ लगातार बढ़ती ही जा रही है।
पान ठेला, होटल, किराना व्यवसायी सहित छोटे व लघु व्यवसायियों के बीच अब यही चर्चा हो रही है कि लाकडाउन कब से लग रहा है। कलेक्टर कब आदेश जारी कर रहे हैं। ग्राहकों के अलावा अपने परिचितांे के बीच भी छोटे व्यापारी यह सवाल उठा रहे हैं।
अब उनको भी इस बात की आशंका होने लगी है कि देर से ही सही बिलासपुर जिला भी लाकडाउन के घेरे में आएगी। इसी आशंका और अटकलाें के बीच रोजमर्रा के सामान की कीमतों में भी इजाफा होने लगा है। सुभाष चौक सरकंडा स्थित पान दुकान संचालक अपने ग्राहकों के बीच यह कहते सुने गए कि गुटखा या पान मसाला खरीदना है तो ज्यादा मात्रा में खरीद लें। एक या दो दिन में कीमतें बढ़ जाएंगी।
उन्होंने अपने ग्राहक को उदाहरण भी दिया। वे यह कहते भी सुने गए कि 20 स्र्पये में मिलने वाला गुटके के चार पाउच की जगह तीन ही मिलेगा। मतलब साफ है छोटे व्यापारी अभी से ही कालाबाजारी करने की सोचने लगे हैं। थोक से लेकर खुदरा व्यापारियों की यही सोच सामने आ रही है।
बीते वर्ष के अनुभव के आधार पर लोग भी अपनी जरूरतों के सामानों का अभी से ही अतिरिक्त स्टाक खरीदना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि बाजार में लगातार भीड़ बढ़ती ही जा रही है। इस पर किसी का प्रभावी नियंत्रण अब तक नजर नहीं आ रहा है।
सब्जी बाजार की भीड़ सबसे खतरनाक
बृहस्पति बाजार, शनिचरी बाजार, बुधवारी, गणेश चौक स्थिति सब्जी बाजार। ये कुछ ऐसी जगह हंै जहां सुबह से लेकर शाम सात बजे तक लोगों की आवाजाही लगी रहती है। भीड़ के बीच आधे से ज्यादा बगैर मास्क लगाए नजर आते हैं तो आधे मास्क लगाए भी दिख जाते हैं।
जिनके चेहरे मास्क से अच्छी तरह ढंका हुआ है वह लापरवाही करते भी दिख जाते हैं। मास्क लगाए भीड़ के बीच पहुंचकर खरीदारी कर रहे हैं। जान अनजाने या लापरवाही में संक्रमण की चेन को और आगे बढ़ाने में एक तरह से मदद ही कर रहे हैं।
गर्मी के कारण सड़कें रही सूनी
दोपहर के वक्त सूर्य की तपिश आज कुछ ज्यादा ही थी। गर्मी के कारण सड़कें सुनी रही। जरूरी काम के सिलसिले में ही लोग सड़कों पर आवाजाही करते रहे। शाम छह बजते ही सड़कों पर एक बार फिर लोगों की आवाजाही बढ़ने लगी जो दुकान बंद होते तक जारी रही। इस दौरान सड़कों पर बिना वजह घ्ाूमने फिरने वालों की संख्या कुछ ज्यादा ही दिखाई दी।