झूलेलाल जयंती पर लगाएंगे पांच-पांच दीपक, झोली फैलाकर मांगेंगे कोरोना से मुक्ति
इंदौर। सिंधी समाज के विभिन्न संगठनों एवं पूज्य सिंधु युवा कल्याण संगठन के आव्हान पर शहर के अधिकांश सिंधी परिवारों ने दाल-पकवान दिवस मनाया। शहर के सिंधी बाहुल्य, जयरामपुर कालोनी, द्वारकापुरी, बी.के. सिंधी कालोनी, काटजू कालोनी, बैराठी कालोनी, गुरूनानक कालोनी एवं अन्य क्षेत्रों में घर-घर दाल-पकवान की महक से सराबोर बने रहे। अनेक परिवारों ने अपने आसपास के जरूरतमंद परिवारों को भी दाल-पकवान की दावत दी।
इंदौर चेटीचंड उत्सव समिति के अध्यक्ष दयालदास ठाकुर एवं पूज्य सिंधी युवा कल्याण संगठन समिति के अध्यक्ष रवि छाबड़ा ने बताया कि कोरोना काल एवं लाकडाउन के चलते यह पहला मौका था जब दाल-पकवान दिवस का आयोजन घर-घर किया गया। अनेक परिवारों ने सुबह भगवान झूलेलाल को भोग लगाकर आसपास के परिवारों को भी दाल-पकवान का वितरण किया। सोमवार को द्वारकापुरी के झूलेलाल मंदिर में मास्क, सैनिटाइजर एवं पक्षियों के दाना-पानी के लिए सकोरो का वितरण किया जाएगा। इस मौके पर सांसद शंकर लालवानी उपस्थित थे। समिति के महामंत्री दीपक माखीजा एवं सचिव विनोद कटारिया के अनुसार मंगलवार 13 अप्रैल को सिंधी समाज के आराध्य एवं जल के देवता झूलेलालजी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस बार चेटीचंड उत्सव भी घरों में रहते हुए मनाने का निश्चय किया गया है। इसमें हर सिंधी परिवार अपने घर में संध्या को पांच दीपक लगाएगा और सुबह गुड़ और चावल से मीठा प्रसाद बनाकर आपस में वितरण करेंगे। काले अंगूर और खोपरे के व्यंजन भी इस दिन बनाए जाएंगे। सुबह 10 बजे घरों में आरती कर दीप जलाएंगे और भगवान झूलेलाल के सामने झोली फैलाकर कोरोना से मुक्ति के लिए प्रार्थना भी करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस बार लॉकडाउन और कोरोना को देखते हुए सिंधी परिवार मास्क नहीं तो बात नहीं के सूत्र पर अमल करते हुए आपदा को अवसर में बदलने हेतु शेष दोनों दिनों तक घरों में रहकर उत्सव मनाएंगे।