कोरोना से जान गंवाने वाले कर्मचारियों के आश्रितों को जारी रहे चिकित्सा सुविधा
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए इंटक यूनियन ने भी संयंत्र में कम से कम मैनपावर कर रोस्टर और वर्क फ्राम होम की सुविधा शुरू करने की मांग की है। इसके अलावा सबसे ज्वलंत समस्या पर भी ध्यान दिलाया गया।
बताया गया कि कर्मचारियों की मृत्यु होने से उनके परिवार के बधो व माता पिता की मेडिकल सुविधा तुरंत समाप्त हो जाती है। मांग रखी गई कि जब तक कर्मचारियों का सेवाकाल है तब तक आश्रित को यह सुविधा दी जाए। इसके अलावा वर्तमान में सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों को कोविड-19 काल तक उनके आवंटित आवास में रहने दिया जाए। बिना बाध्यता के रिटेंशन दिया जाए।
स्टील एम्प्लाइज यूनियन इंटक के महासचिव एसके बघेल एवं अतिरिक्त महासचिव संजय साहू ने कोविड-19 के प्रकोप में बेहतर इलाज के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता एवं कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) एसके दुबे से चर्चा की।
इसमें उन्होंने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण से हमारे कर्मवीर रोजाना साथ छोड़ते जा रहे हैं। इस कारण संयंत्र में कम से कम मैन पावर कर रोस्टर और वर्क फ्रॉम होम को लागू कर संयंत्र को चलाया जाए। जिससे कि संक्रमण को रोकने में आसानी होगी। इस पर कार्यपालक निदेशक ने सभी विभाग प्रमुखों को बुलाकर बैठक कर तुरंत निर्णय लेकर आदेश निकालने का भरोसा दिलाया।
महासचिव एसके बघेल ने कोविड-19 के कारण कर्मचारियों को आ रही परेशानियों के विषय में भी अवगत कराया जिसमें कर्मचारियों के मृत्यु होने से उनके परिवार के बधो हो माता पिता की मेडिकल सुविधा तुरंत समाप्त हो जाती है। उनका कहना था इसे जब तक कर्मचारियों का सेवाकाल है तब तक उनको आश्रित को मेडिकल सुविधा एवं अन्य सुविधा दिया जाए। वर्तमान में सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों को कोविड-19 काल तक उनके आवंटित आवास में रहने दिया जाए या उन्हें बिना बाध्यता के रिटेंशन दिया जाए।
जांच के दिन से ही कवरंटाइन लीव
अतिरिक्त महासचिव संजय साहू ने कहा कि यदि कोई कर्मचारी कोविड-19 का टेस्ट कराता है और उसकी रिपोर्ट आने में देरी होती है तो उसे जिस दिन से टेस्ट कराया है उसी दिन से क्वारंटाइन लीव दिया जाए। कोविड-19 का टेस्ट अगर कोई प्राइवेट एजेंसी से कराता है तो उस पैसे की अदायगी बीएसपी से हो और उपचार में लगने वाली दवा कि ज्यादा से ज्यादा व्यवस्था हो। जिससे कि दवाइयों की हो रहे कमी को दूर किया जा सकें।
संविदा वाले नर्सिंग स्टाफ का स्टाइपेंड बढ़ाए
अतिरिक्त महासचिव संजय साहू ने कहा कि कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए और ज्यादा आक्सीजन युक्त बिस्तर (बेड) व्यवस्था की जाए, एवं मेडिकल में स्टाफ की कमी को देखते हुए स्टाफ की जल्द भर्ती की जाए। संविदा में ले रहे नर्सिंग स्टाफ का स्टाइपेंड को बढ़ाएं। कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन ने जल्द सेल प्रबंधन से चर्चा कर निर्णय लेने का आश्वासन दिया।
इस दिशा में पहल का आश्वासन
निदेशक प्रभारी ने बताया कि कोविड-19 के इंश्योरेंस के लिए कई एजेंसियों से चर्चा चल रही है। जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। बधाों की चिकित्सा सुविधा एवं अनुकंपा नियुक्ति के लिए सेल प्रबंधन एवं बोर्ड आफ डायरेक्टर से चर्चा कर इस पर समाधान किया जाएगा। हम राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन और सेल प्रबंधन से लगातार संपर्क कर बेहतर व्यवस्था बनाने में लगे हैं। इसके अलावा दवाइयों को कमी दूर करने बाहर से दवाई मंगाई जा रही है।