ब्रेकिंग
भाटापारा विधायक इन्द्र साव ने कांग्रेस की महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी का शुभारंभ किया थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस द्वारा भाटापारा क्षेत्र निवासरत एक बडे मोटरसाइकिल चोर गिरोह का किया गया पर्दाफाश मोटरसाइकिल चोर गिरोह के एक अपचारी बालक स... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:-विकास उपाध्याय क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को जिताया है,उसी प्रका... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:_विकास उपाध्याय। क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को भारी मतों से जिता... रायपुर के कांग्रेस भवन में भाटापारा विधायक इन्द्र साव का जन्मदिवस मनाया गया लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ी कांग्रेस की मुश्किलें, महादेव एप में छत्‍तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के खिलाफ FIR दर्ज सतगुरू कबीर संत समागम समारोह दामाखेड़ा पहुंच कर विधायक इन्द्र साव ने लिया आशीर्वाद विधायक इन्द्र साव ने विधायक मद से लाखों के सी.सी. रोड निर्माण कार्य का किया भूमिपूजन भाटापारा में बड़ी कार्यवाही 16 बदमाशों को गिरफ़्तार किया गया है, जिसमें से 04 स्थायी वारंटी, 03 गिरफ़्तारी वारंट के साथ अवैध रूप से शराब बिक्री करने व... अवैध शराब बिक्री को लेकर विधायक ने किया नेशनल हाईवे में चक्काजाम अधिकारीयो के आश्वासन पर चक्का जाम स्थगित करीबन 1 घंटा नेशनल हाईवे रहा बाधित।

अंटीलिया कांड में बड़ा खुलासा, सचिन वाझे की दो लोगों को फर्जी मुठभेड़ में मारने की थी तैयारी

मुंबई। अंटीलिया कांड और मनसुख हिरेन की हत्या में गिरफ्तार मुख्य आरोपित सचिन वाझे ने एक शातिर अपराधी की तरह पूरे मामले का तानाबाना बुना था। महाराष्ट्र के शीर्ष नेताओं के संरक्षण में वाझे इतना बेखौफ हो गया था कि उसने अंटीलिया कांड को ‘हल’ करने के नाम पर दो लोगों को फर्जी मुठभेड़ में मार गिराने की तैयारी कर रखी थी। अंटीलिया कांड से वह एक तीर से कई शिकार करने वाला था।

बेखौफ सचिन वाझे ने तैयार कर रखी थी फर्जी मुठभेड़ की योजना

दोनों मामलों की जांच कर रही एनआइए को इस बात के सुराग मिले हैं कि वाझे अंटीलिया कांड को खोलने के लिए दो लोगों को ठिकाने लगाने के लिए चिह्नित भी कर लिया था। इनमें से एक व्यक्ति का पासपोर्ट उसके घर से बरामद हुआ है। हालांकि जांच एजेंसी ने अभी उस व्यक्ति का नाम नहीं खोला है।

सूत्रों के अनुसार अंटीलिया कांड से वह खुद को सुपरकॉप के रूप में प्रतिष्ठित करना चाहता था। वह इस मामले के जरिये ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना चाहता था। लेकिन मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी के हाथ में जाने से उसकी पूरी योजना पर पानी फिर गया। सूत्रों के अनुसार उसने इस मामले में पासपोर्ट धारक व एक अन्य को फर्जी मुठभेड़ में मारना चाहता था। इसके लिए एक ईको गाड़ी का भी इंतजाम कर लिया गया था। यह गाड़ी पिछले साल नवंबर में औरंगाबाद से चुराई गई थी।

केंद्रीय जांच एजेंसी जांच में न कूदती तो कामयाब हो जाता वाझे

सूत्रों के अनुसार वाझे इस मामले में दो लोगों को ठिकाने लगाकर वाहवाही लूटना चाहता था। लेकिन उसकी योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। सूत्रों के अनुसार वाझे किस कदर खतरनाक था इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अंटीलिया कांड में जब उसके फंसने की बारी आई तो उसने अपनी साथी मनसुख हिरेन को ही रास्ते से हटा दिया। वाझे की करतूतों से अब जिस तरह हर दिन पर्दा उठ रहा है उससे लगता है कि पुलिस की नौकरी में पैसा बनाने के लिए उसने हर वह गलत काम किया जिन्हें रोकने की जिम्मेदारी पुलिस की होती है।