व्यवस्थाएं नहीं आईं काम, हर बाजार में जाम
ग्वालियर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों के कारण 15 अप्रैल से ग्वालियर में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है। कर्फ्यू से एक दिन पहले बुधवार को शहर के बाजारों में डरा देने वाली भीड़ उमड़ी। आलम यह रहा कि शहर की प्रमुख सड़कों पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से संक्रमित दिखाई दी। शाम 5 से 8 बजे तक जाम लगा रहा। व्यवस्था को पुलिस संभाल नहीं पा रही थी। वहीं लोगों ने लंबे लाकडाउन के डर से जमकर खरीदारी की। शहर के सराफा बाजार, गांधी मार्केट, सुभाष मार्केट, नजरबाग मार्केट, टोपी बाजार, दही मंडी, माधौगंज, नया बाजार में कपड़े, गहने, श्रंगार, जूते, घरेलू सामग्री के साथी ही ऊंट पुल स्थित कूलर आदि की दुकानों पर अभूतपूर्ण भीड़ देखने को मिली। हर कोई लंबा लाकडाउन लगने को लेकर आशंकित था। ऐसे में वह हर जरूरत का समान एक ही दिन व कुछ ही घंटों में खरीद लेना चाहता था।
वहीं सराफा बाजार से लेकर छप्पर वाले पुल पर हर 100 मीटर के फांसले पर पुलिस व ट्रैफिक के जवान तैनात थे, लेकिन बड़ी संख्या में वाहनों की मौजूदगी के कारण वे सिवाय हाथ बांधे खड़े रहने के कुछ विशेष प्रयास नहीं कर पा रहे थे। दाल बाजार में भी ऐसी ही हड़बड़ाहट लोगों में देखी गई। कोई भी व्यक्ति किलो-2 किलो सामग्री लेने नहीं आ रहा था। बल्कि 2-2 महीने का राशन एकमुश्त लेने की जुगत में लगा था।
9 हजार लोग पहुंचे मॉल, बिग बाजार से भरा राशनः दीनदयाल मॉल के मार्केटिंग मैनेजर कमल कुशवाह ने बताया कि मॉल में रोजाना औसतन 3000-3500 लोग ही आते थे, लेकिन बुधवार को करीब 9 हजार लोग मॉल आए। सबसे अधिक लोगों ने बिग बाजार का रुख किया, क्योंकि उन्हें घर के जरूरत का सामन खरीदना था। उन्होंने बताया कि अमूमन मॉल में सुबह के समय कम ही लोग आते हैं, लेकिन बुधवार को सुबह से ही लोगों का आना अधिक संख्या में शुरू हो गया था। 6 से 8 के समय सबसे अधिक चहल-पहल रही। बिग बाजार के स्टोर मैनेजर प्रशांत थिटे ने बताया कि लॉकडाउन से पहले लोग ग्रासरी (खान-पान) का सामान खरीदने के लिए मन बनाकर आए थे। लोगों ने राशन की सबसे ज्यादा खरीदारी की। हालांकि 15 अप्रैल से लोग होम डिलेवरी मंगा सकेंगे। जिसके लिए वे बिग बाजार डॉट काम पर आनलाइन आर्डर कर सकते हैं। ग्वालियर शहर के किसी भी कोने में दो घंटे में सामान पहुंचा दिया जाएगा। डिलेवरी बाय द्वारा मास्क, सैनिटाइजर व दस्ताने पहनने समेत अन्य सभी कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।
300 व्यापारी पहुंचे कलेक्टर कार्यालयः वहीं लाकडाउन लगाए जाने को लेकर व्यापारी वर्ग में खासा असंतोष है। व्यापारियों की मांग है कि इस तरह लाकडाउन लगाए जाने के बजाय कोई तीसरा रास्ता निकाला जाए। चाहें तो सेक्टर वाइज बाजारों को बंद कर दें। इस मांग के साथ बुधवार को करीब 300 व्यापारी कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए। कलेक्टर सभागार में बैठक आयोजित की गई, जहां व्यापारियों ने अपनी दर्द बयां किया। चैंबर के मानसेवी सचिव डा. प्रवीण अग्रवाल का कहना है कि कलेक्टर द्वारा व्यापारियों को आश्वासन दिया गया है कि लाकडाउन की अवधि नहीं बढ़ाएंगे, लेकिन फिलहाल कोरोना कर्फ्यू लगेगा ही।
छप्परवाला पुल से ऊंटपुलः ऊंट पुल से छप्परवाला पुल आने व जाने वाले दोनों मार्गों पर जाम लगा हुआ था। यह जाम ऊंट पुल के आगे से शुरू हुआ था। इसके कारण वहां पर दोनों ओर से वाहन फंसे हुए थे। इसके कारण लोगों को ऊंट पुल तक पहुंचने में 30 मिनट से अधिक का समय लगा। यह स्थिति लगभग पूरे दिन रही।
नदीगेट से पाटनकर चौराहाः नदीगेट से पाटनकर चौराहा की ओर जाने वाले मार्ग पर जबरदस्त जाम था। इसके कारण यहां से गुजरने वाले लोगों को इस मार्ग को पार करने में 40 से 45 मिनट तक का समय लग रहा था। वहीं नईसड़क पर भी जाम के हालात थे।
महाराज बाड़ाः यहां लोगों की अत्याधिक भीड़ होने के कारण गुजरने वाले वाहनों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही थी। वहीं सवारी के चक्कर में सवारी वाहन भी एक के पीछे एक खड़े हुए थे, जिसके कारण आधी से अधिक सड़क जाम थी।
नयाबाजार से राजपायगा रोडः नयाबाजार चौराहे से लेकर रायपायगा रोड की ओर जाने वाले वाहन चालकाें को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस मार्ग पर भी दालबाजार तिराहे से काफी भीड़ हो गई थी। इसके कारण लगातार जाम की स्थिति बनी रही। वहीं रायपायगा तिराहे पर भी ट्रैफिक पुलिस ने बेरिकेड्स लगा रखे थे। इसके कारण वाहन आसानी से नहीं निकल पा रहे थे।
कंपू से माधौगंज मार्गः कंपू से माधाैगंज की सड़क पर आवागमन वाले मार्गों पर भी जबरदस्त भीड़ देखी गई। रॉक्सी पुल से लेकर माधौगंज चौराहे तक काफी भीड़ थी, यहीं हालात रॉक्सीपुल से कंपू जाने वाले मार्ग पर भी रहा।