1075 पर सबसे ज्यादा काल रेमडेसिविर व आइसीयू के लिए
इंदौर। कोविड संक्रमित मरीजों और उनके स्वजनों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन 1075 पर पिछले कुछ दिनों से सबसे ज्यादा फोन काल रेमडेसिविर इंजेक्शन और अस्पतालों में आइसीयू बेड की उपलब्धता के लिए पहुंच रहे हैं। अस्पतालों में बेड न होने के कारण यहां के कंट्रोल रूम में बैठे सहायक भी फोन करने वालों को इक्का-दुक्का अस्पतालों में बेड खाली होने की जानकारी दे पा रहे हैं। अधिकांश लोगों को यही जवाब मिल रहा है कि बेड उपलब्ध नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पतालों को हर तीन घंटे में अपने यहां का बेड स्टेटस अपलोड करने के लिए कहा गया है लेकिन कई अस्पताल अपना रियल टाइम डेटा उपलब्ध नहीं करवा रहे हैं। इस वजह से हेल्पलाइन के काल सेंटर पर उपलब्ध डाटा से लोगों को मदद नहीं मिल पा रही है।
50 फीसद लोग रिपोर्ट के लिए भी कर रहे फोन : कोविड कंट्रोल रूम के प्रभारी डा. अनिल डोंगरे के मुताबिक हेल्पलाइन पर प्रतिदिन आने वाले काल में 50 फीसद फोन कोविड रिपोर्ट नहीं मिलने वालों के आ रहे हैं। चार से पांच दिन बाद भी रिपोर्ट नहीं मिलने से परेशान लोग अब इन नंबरों पर फोन कर रहे हैं।
रेमडेसिविर की जरूरत 8 हजार, आए 2740 इंजेक्शन
इंदौर में कोरोना के गंभीर मरीजों को देखते हुए हर दिन करीब 8 हजार रेमडेसिविर की जरूरत है, लेकिन शुक्रवार को केवल 2740 वायल ही आए। इस कारण प्रशासन ने निजी अस्पतालों की जरूरत में कटौती करते हुए रेमडेसिविर दिए।