बड़ी खबर, इस जिले को कोरोना संकट की घड़ी में 94 इंटर्नशिप चिकित्सकों की मिलेगी सेवा
अंबिकापुर। कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच सरगुजा संभाग के लोगों के लिए अच्छी खबर है कि अगले महीने से मेडिकल कालेज अस्पताल अंबिकापुर में इंटर्नशिप वाले 94 चिकित्सक अपनी सेवाएं देने लगेंगे। एक साथ 94 इंटर्न चिकित्सकों की सेवा मिलने से मरीजों और उनके स्वजनों को बड़ी राहत मिलेगी।
इन सभी चिकित्सकों की ड्यूटी कोरोना संक्रमण से बचाव और नियंत्रण के कार्य में लगाई जाएगी। ये वे चिकित्सक है जो मेडिकल कालेज अंबिकापुर में अध्ययनरत है। मेडिकल कालेज अंबिकापुर की स्थापना वर्ष 2016 में हुई थी। प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले मेडिकल छात्रों की अंतिम वर्ष की परीक्षा हो चुकी है। सैद्धांतिक परीक्षा पूर्ण होने के बाद मौखिक परीक्षा इसी हफ्ते पूर्ण हो जाएगी। 100 सीटर मेडिकल कालेज में प्रथम बैच के 94 मेडिकल विद्यार्थियों ने अंतिम वर्ष की परीक्षा दी है।
यह पहला बैच है जो मेडिकल कालेज अंबिकापुर से पासआउट होकर निकल रहा है। ऐसे दौर में ये चिकित्सक पढ़ाई कर निकल रहे है जब कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है।परीक्षा के बाद चुनौतीपूर्ण समय होने के कारण शीघ्र ही इनके परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे।
प्रबंधन को उम्मीद है कि एक मई से इंटर्न चिकित्सको की सेवाएं मेडिकल कालेज को मिलने लगेगी।अभी संभाग के पांचों जिले से कोरोना के गंभीर मरीजों को मेडिकल कालेज अस्पताल में ही शिफ्ट किया जाता है इनकी देखरेख के लिए चिकित्सकों की ड्यूटी कोरोना प्रोटोकाल के तहत लगाई जाती है।
इंटर्नशिप वाले 94 चिकित्सकों की ड्यूटी वार्ड के अलावा कोरोना जांच,अस्पताल में दाखिल करवाने,उनकी निगरानी और इससे जुड़े दूसरे कार्यों में लगाया जा सकता है।प्रबंधन ने इंटर्नशिप वाले चिकित्सकों को कोविड के काम में ही लगाने का निर्णय लिया है। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में मानव संसाधन की पूर्ति कोरोना से जंग में बड़ी अहम हो सकती है। जब व्यवस्था पर सवाल उठ रहे है और प्रबंधन पूरी ताकत झोंक रहा है ऐसे कठिन समय में ये चिकित्सक ,मरीजों को बड़ी राहत देंगे।
इधर निरीक्षण की भी तैयारी
मेडिकल कालेज अंबिकापुर को स्थाई मान्यता के लिए एमसीआइ का निरीक्षण भी इसी सप्ताह प्रस्तावित है।प्रबंधन इसकी तैयारी में भी लगा है एक ओर कोरोना का संकट दूसरी ओर एमसीआई के निरीक्षण की तैयारी प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती है।एमसीआई की टीम भौतिक रूप से उपलब्ध सुविधाओं,संसाधनों के निरीक्षण के लिए तो नहीं आएगी।वर्चुअल निरीक्षण होना तय है लेकिन निरीक्षण का यह तरीका ज्यादा कड़ा होता है जब वर्चुअल माध्यम से क्लास,परीक्षा हाल, लेक्चर हाल, छात्रावास, मानव संसाधन,फैकल्टी सहित नए निर्माण कार्यों का जायजा लिया जाता है।
वर्चुअल माध्यम से होने वाले निरीक्षण में पहले से जानकारी नहीं मिल पाती। अधिकतम दो घण्टे पहले यह सूचना दे दी जाएगी कि टीम के इन सदस्यों द्वारा मेडिकल कालेज का निरीक्षण किया जाएगा। प्रबंधन निरीक्षण की तैयारी में भी लगा है।