ब्रेकिंग
भाटापारा विधायक इन्द्र साव ने कांग्रेस की महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी का शुभारंभ किया थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस द्वारा भाटापारा क्षेत्र निवासरत एक बडे मोटरसाइकिल चोर गिरोह का किया गया पर्दाफाश मोटरसाइकिल चोर गिरोह के एक अपचारी बालक स... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:-विकास उपाध्याय क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को जिताया है,उसी प्रका... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:_विकास उपाध्याय। क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को भारी मतों से जिता... रायपुर के कांग्रेस भवन में भाटापारा विधायक इन्द्र साव का जन्मदिवस मनाया गया लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ी कांग्रेस की मुश्किलें, महादेव एप में छत्‍तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के खिलाफ FIR दर्ज सतगुरू कबीर संत समागम समारोह दामाखेड़ा पहुंच कर विधायक इन्द्र साव ने लिया आशीर्वाद विधायक इन्द्र साव ने विधायक मद से लाखों के सी.सी. रोड निर्माण कार्य का किया भूमिपूजन भाटापारा में बड़ी कार्यवाही 16 बदमाशों को गिरफ़्तार किया गया है, जिसमें से 04 स्थायी वारंटी, 03 गिरफ़्तारी वारंट के साथ अवैध रूप से शराब बिक्री करने व... अवैध शराब बिक्री को लेकर विधायक ने किया नेशनल हाईवे में चक्काजाम अधिकारीयो के आश्वासन पर चक्का जाम स्थगित करीबन 1 घंटा नेशनल हाईवे रहा बाधित।

पूर्व पीएम के पत्र का स्वास्थ्य मंत्री ने दिया करारा जवाब, कहा- आपकी सलाह से पहले ही विदेशी वैक्सीन सप्लाई का फैसला

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण के हालातों से जूझने के लिए दिए गए सलाह पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने पलटवार किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने सोमवार को पत्र को अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया। इसमें उन्होंने लिखा, ‘इतिहास आपके लिए बेहतर होता यदि इस तरह का रचनात्मक सहयोग व कीमती सलाह पर आपकी पार्टी कांग्रेस ने काम किया होता।’ पत्र के अंत में स्वास्थ्य मंत्री ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह द्वारा लिखे गए पत्र में कई गलतियों का भी जिक्र किया। उन्होंने मनमोहन सिंह को संबोधित करते हुए लिखा,’आपने वैक्सीन के आयात को लेकर जो सलाह दी है वह कदम पहले ही उठा लिया गया। आपने यह सुझाव 18 अप्रैल को दिया जबकि 11 अप्रैल को ही विदेेशी प्राधिकरणों से इसके लिए मंजूरी मिल गई।’

स्वास्थ्य मंत्री ने लिखा, ‘इस पत्र को आपके लिए तैयार करने वालों ने लगता है पूरी जानकारी नहीं दी। वैक्सीन विकसित करने में फंडिंग और अन्य रियायतों पर जो सुझाव आपने अब दिया है यह कदम पहले ही उठा लिया गया था।’ स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी लिखा कि सरकार द्वारा वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अनेकों संस्थाओं को वित्त पोषित किया गया है। आपने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर चिंता प्रकट की है लेकिन आपकी कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेता ऐसा नहीं मानते हैं। अब तक कांग्रेस के बड़े नेताओं की ओर से वैज्ञानिकों की तारीफ तक नहीं की गई है।’

दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री मोदी को कोरोना हालात से लड़ने के लिए कुछ सलाह दी थी। उन्होंने पत्र में लिखा था, ‘देश में अभी वैक्‍सीन सप्‍लाई सीमित है, ऐसे में विश्‍व की कोई भी विश्‍वसनीय प्राधिकरण की ओर से यदि किसी वैक्‍सीन को हरी झंडी दी जाती है तो हमें भी उसे आयात करना चाहिए। हम ऐसा भारत में बिना उसके ट्रायल के कर सकते हैं। इस समय भारत में आपातकाल है। इमरजेंसी में उसके इस्‍तेमाल के समय ही देश में साथ ही साथ उसका ट्रायल भी किया जा सकता है।’