ब्रेकिंग
भाटापारा विधायक इन्द्र साव ने कांग्रेस की महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी का शुभारंभ किया थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस द्वारा भाटापारा क्षेत्र निवासरत एक बडे मोटरसाइकिल चोर गिरोह का किया गया पर्दाफाश मोटरसाइकिल चोर गिरोह के एक अपचारी बालक स... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:-विकास उपाध्याय क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को जिताया है,उसी प्रका... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:_विकास उपाध्याय। क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को भारी मतों से जिता... रायपुर के कांग्रेस भवन में भाटापारा विधायक इन्द्र साव का जन्मदिवस मनाया गया लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ी कांग्रेस की मुश्किलें, महादेव एप में छत्‍तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के खिलाफ FIR दर्ज सतगुरू कबीर संत समागम समारोह दामाखेड़ा पहुंच कर विधायक इन्द्र साव ने लिया आशीर्वाद विधायक इन्द्र साव ने विधायक मद से लाखों के सी.सी. रोड निर्माण कार्य का किया भूमिपूजन भाटापारा में बड़ी कार्यवाही 16 बदमाशों को गिरफ़्तार किया गया है, जिसमें से 04 स्थायी वारंटी, 03 गिरफ़्तारी वारंट के साथ अवैध रूप से शराब बिक्री करने व... अवैध शराब बिक्री को लेकर विधायक ने किया नेशनल हाईवे में चक्काजाम अधिकारीयो के आश्वासन पर चक्का जाम स्थगित करीबन 1 घंटा नेशनल हाईवे रहा बाधित।

इंदौर में पिछड़ा वर्ग की पांच सीटें बढ़ेंगीं

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद सामने आया समीकरण, एक सीट पर फंसा तकनीकी पेंच, 4-5 दिन में की जाएगी आरक्षण प्रक्रिया

इंदौर। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इंदौर नगर निगम के वार्ड आरक्षण को लेकर जोड़-घटाव शुरू हो गया है। 50 प्रतिशत तक आरक्षण दिए जाने के निर्देश के बाद इंदौर निगम में 32 प्रतिशत ओबीसी को आरक्षण दिया जाएगा। उस हिसाब से सीटें तो छह बढ़ाई जाना चाहिए, लेकिन तकनीकी पेंच की वजह से पांच ही बढ़ पाएंगीं। संभावना है कि चार-पांच दिन में आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी।

मध्यप्रदेश शासन की मजबूत दलील के बाद सुप्रीम कोर्ट ने स्थानीय निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण दिए जाने पर मुहर लगा दी। साथ में शर्त भी रखी कि कुल आरक्षण 50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होना चाहिए। उसके हिसाब से इंदौर नगर निगम को लेकर जोड़-घटाव शुरू हो गया है। इंदौर में 2011 की जनगणना में आबादी के हिसाब से 15 प्रतिशत सीटें अनुसूचित जाति और तीन प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। दोनों को मिला दें तो 18 प्रतिशत हो रहा है और सुप्रीम कोर्ट के हिसाब से 50 प्रतिशत तक आरक्षण दिया जा सकता है तो बचा हुआ 32 प्रतिशत का आरक्षण ओबीसी को दिया जाएगा।

वर्तमान में ओबीसी की कुल 21 सीटे
वर्तमान में इंदौर में ओबीसी की कुल 21 सीटें हैं और 32 प्रतिशत आरक्षण के हिसाब से अब छह सीटें बढ़ाई जानी हैं, लेकिन उसमें एक पेंच आ रहा है। प्रतिशत के हिसाब से सीट बढ़ाई जाती है तो उसका आंकड़ा 27 हो जाएगा।
उसके अलावा अजा व अजजा की 18 सीटें मिलाएंगे तो 43 सीटें हो जाएंगी। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना हो सकती है।

वहीं, 85 सीट में से 43 सीटें आरक्षित कर दी जाती हैं तो 50 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण हो जाएगा। उसको देखते हुए जिला निर्वाचन को ओबीसी की सीट 27 के बजाय 26 करना होगी यानी छह के बजाय पांच ही सीटें बढ़ेंगी। ऐसा करने से कोर्ट की अवहेलना नहीं होगी। गौरतलब है कि राज्य निर्वाचन व नगरीय प्रशासन की तरफ से निर्देश मिलते ही आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। संभावना है कि चार-पांच दिन में नए सिरे से वार्डों का विभाजन हो जाएगा।