आरटीआइ कार्यकर्ता ने एसपी से की शिकायत, जीवन रक्षक दवाआें की कालाबाजारी करने वालाें पर दर्ज किया जाए प्रकरण
ग्वालियर। आरटीआइ कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने कोरोना संक्रमण में रेमडेसिविर इंजेक्शन सहित अन्य जीवन रक्षक दवाओं की बड़े पैमाने पर कालाबाजारी होने का आरोप लगाया है। आशीष ने गुरुवार को एसपी अमित सांघी को लिखित शिकायत कर मांग की है कि ऐसी दवाओं की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाए। एसपी ने पूरे मामले की जांच का आश्वासन दिया है।0
आशीष चतुर्वेदी ने बताया कि शहर में कोरोना संक्रमितों को दी जाने वालीं जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाजारी हो रही है। दस गुना दाम पर यह दवाएं बेची जा रही हैं। शिकायतकर्ता ने एसपी से अनुरोध किया कि इन दवाओं के होलसेल डीलर्स का रिकार्ड चेक कर पता लगाया जाए कि फरवरी से अब तक कितना स्टाक आया है। इसके साथ ही उनसे दवाओं के बेच नंबर के साथ पूछा जाए कि इन दवाओं को किन-किन लोगों को बेचा गया है। आशीष ने आरोप लगाया कि अधिकारियों से साठगांठ कर मृत व्यक्तियों के नाम पर भी दवाएं इश्यू की गई हैं। इसकी भी पड़ताल कराई जाए। कुल आठ बिंदुओं पर एसपी से जांच कराए जाने का अनुरोध किया है।
भोपाल में रेमडेसिविर की चोरी में मंत्री व आइएएस का हाथः आशीष चतुर्वेदी ने टि्वट किया है कि भोपाल में रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी नहीं हुए है, बल्कि गड़बड़ी की गई है। इसमें एक मंत्री व आइएएस का हाथ है। अगर इस मामले की जांच आइपीएस सुधीर शाही व संजीव शमी से कराई जाए तो नाम भी खुल जाएंगे। गाैरतलब है कि आरटीआइ कार्यकर्ता इसके पहले भी दवाआें की कालाबाजारी काे लेकर शिकायत कर चुके हैं।