फरवरी में कर्मचारी राज्य बीमा निगम की सामाजिक सुरक्षा योजना से 11.58 लाख नए सदस्य जुड़े
नई दिल्ली। इस वर्ष फरवरी में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) की सामाजिक सुरक्षा योजना से 11.58 लाख नए सदस्य जुड़े। जनवरी में इस योजना से 11.78 लाख सदस्य जुड़े थे। शुक्रवार को आधिकारिक आंकड़ों के माध्यम से दी गई यह जानकारी मोटे तौर पर देश के संगठित क्षेत्र में रोजगार की स्थिति बताती है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, ईएसआइसी की योजना से पिछले वर्ष जून में 8.87 लाख, मई में 4.89 लाख और अप्रैल में 2.63 लाख सदस्य जुड़े थे। इससे यह पता चलता है कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन में ढील के बाद से योजनाओं से जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या बढ़ी है। इसका मतलब यह है कि इन महीनों के दौरान नए लोगों को नियमित वेतन पर रोजगार प्राप्त हुए।
ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष जुलाई में ईएसआइसी की योजना से जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या सकल रूप से 7.63 लाख थी, जो अगस्त में सुधरकर 9.5 लाख, सितंबर में 11.58 लाख और अक्टूबर 12.11 लाख रही। हालांकि, नवंबर में यह घटकर 9.56 लाख रह गई। उसके बाद दिसंबर में ईएसआइसी की योजना से जुड़ने वाले सदस्यों की कुल संख्या सुधरकर 12.30 लाख रही।
एनएसओ की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-20 में ईएसआइसी की योजनाओं से जुड़ने वाले सदस्यों की कुल संख्या 1.51 करोड़ रही। उससे पिछले वित्त वर्ष यानी 2018-19 में ईएसआइसी योजना से कुल 1.49 करोड़ लोग जुड़े थे। आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर, 2017 से मार्च, 2018 के दौरान करीब 83.35 लाख नए अंशधारक ईएसआइसी योजना से जुड़े थे।
वहीं, सितंबर, 2017 से जनवरी, 2021 के दौरान इस योजना से जुड़ने वाले सदस्यों की कुल संख्या 4.86 करोड़ रही थी। एनएसओ की यह रिपोर्ट ईएसआइसी, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) और पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) की योजनाओं से जुड़ने वाले नए अंशधारकों के आंकड़ों पर आधारित है।
एनएसओ अप्रैल, 2018 से इन संगठनों के आंकड़े जारी कर रहा है। इसमें आंकड़े सितंबर, 2017 से लिए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार शुद्ध रूप से ईपीएफओ से इस वर्ष फरवरी में 12.37 लाख नए अंशधारक जुड़े। जनवरी में ईपीएफओ से जुड़ने वालों की संख्या 11.95 लाख थी। इसमें कहा गया है कि सितंबर, 2017 से फरवरी, 2021 के दौरान करीब 4.11 करोड़ नए अंशधारक ईपीएफओ की योजनाओं से जुड़े।
एनएसओ ने ‘भारत में पेरोल (नियमित वेतन पर रखे गए लोग) रिपोर्टिग: रोजगार परिदृश्य-फरवरी 2021’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट में कहा है कि सदस्यों की संख्या विभिन्न स्त्रोतों से ली गई है, ऐसे में आंकड़ों में दोहराव हो सकता है और अनुमान को जोड़ा नहीं जा सकता। एनएसओ ने यह भी कहा कि रिपोर्ट संगठित क्षेत्र में रोजगार के स्तर के बारे में अलग-अलग परिदृश्य बताती है। लेकिन यह समग्र रूप से नौकरी का आकलन नहीं करती।