केंद्र तय करे टीका की न्यूनतम कीमत, सभी राज्यों को बीपीवीआइ से की जाए आपूर्ति
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना के टीका (वैक्सीन) की अलग-अलग कीमतों को लेकर फिर आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन को पत्र लिखकर वैक्सीन की न्यूनतम दर तय करने का आग्रह किया है। साथ ही उन्होंने केंद्रीय एजेंसी ब्यूरो आफ फार्मा पीएसयू आफ इंडिया (बीपीपीआइ) के माध्यम से सभी राज्यों को इसकी आपूर्ति करने का भी प्रस्ताव दिया है।
सीएम ने लिखा है कि वैक्सीन की खरीदी के लिए टेंडर आदि की प्रक्रिया के कारण देर नहीं होगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने शनिवार को राज्य के अफसरों की बैठक लेकर एक मई से शुरू होने वाले टीकाकरण महा अभियान की कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने बताया है कि सीरम इंस्टीट्यूट ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी है कि उनके द्वारा राज्य सरकारों को 400 रुपये व निजी अस्पतालों को 600 रुपये प्रति वैक्सीन की दर से वैक्सीन की आपूर्ति की जाएगी।
वहीं, अभी तक सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा 150 रुपये की दर से वैक्सीन दी जा रही है। राज्यों से यह अपेक्षा की जा रही है कि राज्य सरकारें निविदा अथवा नेगोसिएशन के माध्यम से वैक्सीन खरीदने की कार्यवाही करें। सीएम ने समाचार पत्रों का हवाला देते हुए लिखा है कि भारत में कोविशील्ड विश्व में सर्वाधिक दरों पर प्रदाय की जा रही है।
ऐसा प्रतीत होता है कि कोरोना के देश में बढ़ते प्रकोप की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त लाभ कमाने के उद्देश्य से सीरम इंस्टीट्यूट ने वैक्सीन की दरों में वृद्धि की है। भारत सरकार से यह अपेक्षा है कि दवाओं के मूल्य नियंत्रण प्रविधानों के तहत वैक्सीन की न्यूनतम संभव दरें निर्धारित करें ताकि देश की जनता को किसी भी प्रकार के शोषण से बचाया जा सके।
वरिष्ठ अफसरों की टीम करेगी टीकाकरण की निगरानी
मुख्यमंत्री ने अफसरों की बैठक लेकर कहा कि टीकाकरण केंद्रों तक वैक्सीन की सप्लाई आदि की बेहतर व्यवस्था हो ताकि टीकाकरण अभियान सुचारू रूप से संचालित होता रहे और हम इसके जरिए संक्रमण की रोकथाम के उद्देश्य में सफल हो।
उन्होंने अभियान की निगरानी के लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती के साथ ही टीकाकरण केंद्रों के चयन, वहां की व्यवस्था और टीकाकरण टीम का गठन सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य रेणु जी. पिल्ले, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी व स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।