इंदौर में अप्रैल में 42 हजार से संक्रमित, 185 मौतें
इंदौर। कोरोना महामारी ने अप्रैल में रौद्र रुप दिखाया। दो साल में सबसे ज्यादा अप्रैल में 42 हजार 363 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। इससे शहर की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई। अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं थे। आक्सीजन की कमी के कारण लोगों ने घरों में तड़पते रहे तो गंभीर मरीज रेमडेसिवर इंजेक्शन के इंतजार महामारी से लड़ रहे है। महामारी ने अप्रैल में जानें भी ज्यादा ली। मार्च तक कुल 962 मौतें हुई थी, जबकि अकेले अप्रैल में 185 मौतें हो गई। पिछले साल अप्रैल माह में कोरोना से 68 मौतें हुई थी। कोरोना के मरीज बढ़ने के कारण सरकार को सालभर बाद फिर अप्रैल में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लाकडाउन तक लगाना पड़ा। आधे से ज्यादा अप्रैल शहर बंद रहा और मई का पहले सप्ताह तक लाकडाउन रहेगा, लेकिन कोरोना संक्रमण अपनी रफ्तार से बढ़ रहा है।
शुक्रवार को मिले 1832 नए कोरोना मरीज, आठ मौतें
शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के 1832 नए मरीज मिले। महामारी से मरने वालों की संख्या आठ रही। दिनभर में 8563 सैंपलों इकट्ठा किए। जबकि 10 हजार 475 सैंपल जांचे गए। शुक्रवार देर रात जारी बुलेटिन के मुताबिक अब तक 11 लाख 75 हजार 46 सैंपलों की जांच हुई है। करीब एक लाख दो हजार 672 पाजिटिव पाए गए। शुक्रवार को 1213मरीज हास्पिटल से डिस्चार्ज किए गए। अब तक स्वस्थ होकर घर जाने वालों की संख्या 99 हजार 533 हो चुकी है। फिलहाल 11992 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। अभी तक संक्रमण से 1147 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है।
अप्रैल माह मुसीबत भरा
कुल सैंपल जांचे – 242874
कुल पाजीटिव – 42363
कुल मौतें – 185
कुल ठीक हुए मरीज – 34394
कुल एक्टिव मरीज – 7784