रंग लाई मेहनत, रेलवे अस्पताल में 30 और आइसीयू बेड की सुविधा
बिलासपुर। संक्रमित रेलकर्मियों के लिए राहत की खबर है। रेलवे केंद्रीय अस्पताल के उच्च निर्भरता वार्ड में 30 आइसीयू बोड की व्यवस्था की गई है। जल्द ही यहां मरीजों को भर्ती किया जाएगा। रेलवे केंद्रीय अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए शुरुआत में सर्वसुविधायुक्त 75 बेड की व्यवस्था की गई थी।
पर अभी जिस तरह के हालत है यह सुविधा पर्याप्त नहीं थी। हालांकि बढ़ते मरीजों को देखते हुए 20 अस्थाई बेड का इंतजाम और किया गया। अस्थाई बेड पर आक्सीजन सिलिंडर मरीजों को लगाया जाता था। पर इससे मरीजों को राहत नहीं मिल रही थी। इसे देखते हुए ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे श्रमिक यूनियन ने अस्पताल प्रबंधन से उच्च निर्भरता वार्ड को कोविड-19 वार्ड में बदलने की मांग की थी। उनकी मेहनत रंग लाई
उच्च निर्भरता वार्ड में 30 आइसीयू बेड की व्यवस्था पूर्ण कर ली है। अब यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 105 स्थाई बेड सर्वसुविधायुक्त उपलब्ध होगी। श्रमिक यूनियन के मंडल संयोजक सी. नवीन कुमार का कहना है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर बड़ी संख्या में रेल कर्मचारी व उनके स्वजन संक्रमित हो रहे हैं।
कई मरीजों को तो आपातकालीन में रखकर इलाज किया जा रहा है। बेड उपलब्ध नहीं होने पर यह स्थिति बनी है। यूनियन की ओर से मंडल रेल प्रबंधक को पत्र लिखकर बिलासपुर मंडल के सभी रेल कर्मचारी और स्वजनों का टीकाकरण करने के लिए बिलासपुर, ब्रजराजनगर, रायगढ़, चांपा, कोरबा, पेंड्रारोड, अनूपपुर, शहडोल , उमरिया, मनेंद्रगढ़, बिजुरी, सूरजपुर, अंबिकापुर स्टेशन और उप स्वास्थ्य केंद्रों पर जिला प्रशासन के माध्यम से टीकाकरण केंद्र खोलने की भी मांग की गई है।
संविदा कर्मचारी भी नियुक्त
बेड के साथ-साथ रेलवे ने केंद्रीय अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी दूर करने के लिए भी रेल प्रशासन से मांग की थी। इस पर रेल प्रशासन ने उचित कदम उठाते हुए 73 स्टाफ नर्स, छह-छह फार्मासिस्ट, ड्रेसर, लैब टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीनिश्ायन, पांच डायलिसिस टेक्नीशियन और 20 जनरल ड्यूटी मेडिकल आफिसर की संविदा नियुक्ति करने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली है। सभी कर्मचारियों ने पदभार ग्रहण भी कर लिया है।