BJP की हार के बाद शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारूप का दौर
सीहोर: लोकतंत्र के उत्सव में गांव की सरकार बनने की भूमिका अब तय हो गई है। गांव में किसे लोगों का जनसमर्थन प्राप्त है। यह भी जनादेश के रूप में सामने आ गया है। पंच, सरपंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के लिए हुए चुनाव में अनेक बड़े नेताओं की साख दांव पर थी। चुनाव परिणाम में सभी को उनके राजनीतिक कद और लोकप्रियता का साफ एहसास करा दिया है। हालांकि अभी अधिकारिक रूप से घोषणा नहीं हुई है, लेकिन मतगणना केन्द्रों पर मौजूद प्रत्याशियों के चुनाव एजेंट से यह खबर छनकर सामने आ गई है कि किसे जीत के लिए निर्णायक बढ़त मिल गई है।जानकारी के अनुसार सीहोर विधानसभा क्षेत्र में सबसे रोचक मुकाबला जिला पंचायत सदस्य के वार्ड क्रमांक एक में हुआ जहां भाजपा समर्थित प्रत्याशी भाजपा के मंडल अध्यक्ष गिरीश सोलंकी (लालू बना) का मुकाबला कांग्रेस नेता और जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष रमेश सक्सेना के बेटे शशांक सक्सेना से रहा। यहां शशांक सक्सेना ने लगभग साढ़े चार हजार मतों से महाविजय हासिल कर भाजपा समर्थित प्रत्याशी को सर्वनाक पराचय की ओर धकेल दिया है। इधर दूसरी ओर जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक-2 में वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजू राजपूत ने विजय श्री हासिल कर ली है। यहां भाजपा समर्थित प्रत्याशी तीरथसिंह दांगी संभवतः पराजित हो गए हैं। इस वार्ड में यूं तो अनेक प्रत्याशी मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला राजू राजपूत और तीरथ सिंह दांगी के बीच ही था। वहीं जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 3 में अनश खान विजयश्री प्राप्त कर ली है। यहां भाजपा समर्थित प्रत्याशी सुमन महेन्द्र गौर पराजित हो गई हैं।लगने लगे आरोपपंचायत चुनाव के परिणाम सामने आने के बाद जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ भाजपा नेता जसपाल सिंह अरेारा ने कहा है कि चुनाव गैर दलीय आधार पर हो रहे थे। उसके बाद भी विधायक ने अपनी मर्जी से तीनों वार्ड में एक-एक उम्मीदवार को भाजपा समर्थित प्रत्याशी बताकर प्रचार किया, जबकि अनेक भाजपा नेता पंचायत चुनाव में उम्मीदवार थे, जिससे क्षेत्र में भ्रम की स्थिति बनी और उसका पूरा लाभ कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों को मिला।