झाबुआ : दिल्ली से आई स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने लिया फीडबैक
पेटलावद। स्वच्छता सर्वे करने दिल्ली से पेटलावद आई टीम कई दिनों से शहर के 15 वार्डों में घूम रही है। वार्डों में पहुंचकर सर्वे दल रहवासियों से कचरे के निष्पादन को लेकर सवाल-जवाब कर फीडबैक ले रहा है। जिस क्षेत्र में सर्वे टीम पहुंची, उसकी सूचना जैसे ही परिषद अफसरों को लगी, वैसे ही अफसर टीम का पीछा कर पीछे-पीछे जा पहुंचे। पता चला कि सर्वे टीम वार्ड निवासियों से फीडबैक लेकर दूसरे वार्ड में जा पहुंची।
घर-घर कूड़ा एकत्र करने की योजना को भी टीम ने देखा। शहर के विभिन्ना इलाकों में जाकर टीम ने शहरवासियों से सफाई के बारे में फीडबैक लिया। टीम ने 2400 अंक का सर्वे किया है। दिल्ली से पेटलावद सर्वे करने पहुंची टीम ने करीब चार दिनों तक शहर में रहकर स्वच्छता को लेकर जानकारी लेने के साथ सफाई व्यवस्था का अपडेट लिया। बीते रोज सर्वे टीम शहर के 15 वार्डों में गोपनीय तरीके से पहुंची और लोगों से बातचीत की, वहीं दूसरी ओर वार्ड में मिली गंदगी के फोटो लिए। शहर में सर्वे टीम को देखते हुए नगर परिषद के अफसर से लेकर अन्य कर्मचारी वार्डों में पहुंचकर गंदगी साफ कराते सभी 15 वार्डों में देखे गए।
नई टीम को दिया गया सर्वे का जिम्मा
टीम को एक जनवरी से स्वच्छता का सर्वेक्षण करना था, लेकिन कोरोना के चलते यह तिथि बदलकर एक मार्च से 28 मार्च के बीच कर दी गई थी। वहीं, पहले टीम के आने की एक दिन पहले ही सूचना मिल जाती थी। साथ ही यह आरोप भी लगे थे कि कुछ मैनेज कर लिया जाता था। लिहाजा, केंद्रीय टीम ने नई एजेंसी को सर्वे का काम सौंपा है। उधर, शहर की सफाई के बारे में जैसा शहरवासी बताएंगे उस हिसाब से रैकिंग बढ़ेगी- घटेगी।
तीन कैटेगरी में बंटे हैं छह हजार अंक
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की परीक्षा छह हजार अंकों की है। इन अंकों को तीन कैटेगरियों में बांटा गया है। सर्वेक्षण 2020 में भी छह हजार अंकों को चार भागों में बांटा गया था। इस बार सर्विस लेवल प्रोग्रेस के 2400 अंक, सर्टिफिकेशन के 1800 अंक और सिटीजन फीडबैक के भी 1800 अंक हैं।
यह देना था फीडबैक
आपको मालूम है कि आपका शहर स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में शामिल है। आप अपने क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को कितने नंबर देंगे सार्वजनिक और व्यावसायिक क्षेत्र में सफाई इंतजाम पर कितने नंबर देंगे। गीला और सूखा कचरा अलग-अलग देने के लिए सफाई कर्मी कहते हैं कि नहीं। गूगल टॉयलेट लोकेटर और गूगल स्वच्छता एप के बारे में जानकारी है कि नहीं।
बेहतर रैंकिंग की उम्मीद
नपं के स्वच्छता प्रभारी सुनील राठौड़ ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम शहर में आई थी। टीम ने शहर का निरीक्षण किया है। उम्मीद है इस बार पहले से बेहतर रैंक हासिल होगा।