ब्रेकिंग
जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा अवैध रूप से डंप किया गया भारी मात्रा में शराब का जखीरा किया गया बरामद थाना हथबंद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम केसदा मे... क्षेत्रीय विधायक इन्द्र साव ने रावणभाठा स्थित दशहरा मैदान के मुख्यमंच से नगर वासियों और क्षेत्रवासियो को विजयादशमी पर्व की बधाई दी विधायक इंद्र साव के प्रयास से भाटापारा राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा विधायक के प्रस्ताव को केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी स्वीकृति सुशील शर्मा को आगामी झारखंड प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने हटिया विधान सभा क्रमांक 64 का पर्यवेक्षक नियुक्त किया जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा रोड में खड़ी ट्रकों के पहिए चोरी करने वाले गिरोह का किया गया पर्दाफाश पुलिस द्वारा ट्रकों के पहिए व बैटरी जैक च... खड़ी ट्रैकों में हो रही लगातार चोरी से परेशान भाटापारा ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन द्वारा विरोध प्रदर्शन पद यात्रा करते हुए शहर थाने में ज्ञापन सौंपा गया भाटापारा में ब्राउन शुगर का कारोबारी गिरिफ़्तार,ड्रग्स विभाग निष्क्रिय,युवाओं का भविष्य अंधकार में ,गृह मंत्री त्यागपत्र देवे—सुशील शर्मा भाटापारा/सिमगा के शराब दुकानों में शराब ओवर रेट पर बिक्री की जा रही है-प्रशासन तत्काल बंद कराये-सुशील शर्मा युवा ब्राह्मण समाज भाटापारा का द्वितीय चरण का वृक्षारोपण कार्यक्रम:- युवा ब्राह्मण समाज एवं मयूर परिवहन के संयुक्त तत्वाधान में वृक्षारोपण का कार्यक्र... विधायक ने केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री से भाटापारा को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की रखी मांग भाटापारा को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की मांग - विधायक ...

शिवपुरी कोरोना का बड़ा हॉटस्पॉट बना, 13 गुना बढ़ गया संक्रमण

शिवपुरी। कोरोना महामारी की दूसरी लहर छोटे शहरों को ज्यादा भयानक तरीके से अपनी चपेट में ले रही है। मध्यप्रदेश में इस समय शिवपुरी कोरोना का हॉटस्पॉट बना चुका है। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर जैसे बड़े शहरों के मुकाबले यहां पर संक्रमण की दर बहुत अधिक है। महज सवा दो लाख की आबादी वाले इस शहर में संक्रमण पिछले 20 दिन में 30 से 35 फीसद बना हुआ है। कमजोर प्रशासनिक निर्णय और आमजन की लापरवाही से इंदौर और भोपाल के रास्ते शहर में संक्रमण आसानी से घुस गया।

मार्च में जहां संक्रमण दर महज 2.75 प्रतिशत थी, वह 15 अप्रैल के बाद बढ़कर 36 प्रतिशत पर पहुंच गई। इस दौरान जिले में 170 से अधिक लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत भी हो गई। जिले में जब दूसरी लहर आने के संकते दे रही थी तब पर्याप्त सख्ती नहीं बरती गई। टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट के तीनों मोर्चों पर शासन और प्रशासन की नाकामी रही कि संक्रमण अब निरंकुश हो गया है।

15 अप्रैल से बिगड़े हालात, बाहर से आने वालों ने फैलाया संक्रमण

मार्च के महीने तक जिले में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में थी। होली के समय पर बाहर पढ़ने और नौकरी करने वाले बड़ी संख्या में वापस लौटे। इस समय महाराष्ट्र और इंदौर व भोपाल में दूसरी लहर आने लगी थी। लोगों ने बाहर से आने के बाद जानकारी छिपाई और एक साथ कई परिवार संक्रमित हुए। मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन लगाने का फैसला प्रशासन के हाथ में सौंपा। अप्रैल में हर दिन 20 से अधिक संक्रमित के मिलने के बाद भी शुरुआत में लॉकडाउन नहीं किया गया। 10 अप्रैल के बाद शहर में लॉकडाउन लगाया, लेकिन तब तक संक्रमण फैल गया। 15 अप्रैल से हर दिन एक सैकड़ा से अधिक मरीज मिले। अब हर दिन 250 से 400 मरीज मिल रहे हैं

शहरी आबादी को ज्यादा खतरा, गांव में भी कोरोना की घुसपैठ

अभी तक जो कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं उनमें 80 फीसद संक्रमित शहरी क्षेत्र में ही मिल रहे हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमितों की संख्या करीब 20 से 22 फीसद है। शहरी क्षेत्र की आबादी करीब सवा दो लाख है जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 17 लाख से ज्यादा की जनसंख्या है। ऐसे में शहरी क्षेत्र में कम जनसंख्या के बीच अधिक संक्रमण फैला हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब कोरोना से मौत भी हो रही हैं। सिर्फ करैरा में ही 15 से ज्यादा लोगों की मौत संक्रमण से हो चुकी है।

5 मई तक कोरोना की स्थिति

कुल सैंपल: 101195

संक्रमित: 9696

स्वस्थ हुए: 7380

औसत संक्रमण दर: 9.16