ग्रामीण क्षेत्रों में आज से ‘किल कोरोना अभियान’, घर-घर होगी स्क्रीनिंग
भोपाल। राजधानी भोपाल में शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना पांव पसारने लगा है। लिहाजा, ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए आज से ‘किल कोरोना’ अभियान शुरू किया जा रहा है। इसके तहत तीन टीमें कोरोना को मात देने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करेगी। पहली टीम में सचिव एवं ग्रामीण विकास, आशा कार्यकर्ता गांव के प्रत्येक घर में जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेंगी, पल्समीटर से ऑक्सीजन लेवल चेक करेंगी एवं इसकी रिपोर्टिंग सार्थक पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। प्रथम टीम के द्वारा संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों को द्वितीय स्तर की टीम जिसमें पैरामेडीकल स्टाफ, एएनएम उनके घर जाकर उनकी प्राथमिक जांच करेंगी। इसके बाद संदिग्ध होने पर उन्हें प्राथमिक उपचार में मेडीकल किट प्रदान की जाएगी। यह निर्देश गुरुवार को कलेक्टर अविनाश लवानिया की अध्यक्षता में किल कोरोना- 3 अभियान के प्रारंभ को लेकर तैयारी के संबंध में कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में दिए गए।
कलेक्टर ने कहा कि दल द्वारा प्रत्येक घर पर सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण वाले रोगियों का चिन्हांकन किया जाएगा। दल द्वारा प्रत्येक दिन में लगभग 100 घरों में सर्वे और स्क्रीनिग की जाकर कोरोना किट भी उपलब्ध कराई जाएगी। बुखार एवं कोरोना के लक्षण वाले संभावित रोगियों की पहचान की जाएगी, इस तरह 500 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जा सकेगी। उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर लगभग 10 प्रतिशत अर्थात 50 रोगी प्रतिदिन मिलने की संभावना होगी। कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ विकास मिश्रा को पूरी कमान सौंपते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के संक्रमण की चेन को खत्म करने के लिए पूरे प्रयास करें।
पंचायत भवन, स्कूलों में बनाए आइसोलेशन सेंटर
कलेक्टर ने कहा कि किल कोराना-3 अभियान की रणनीति के तहत ग्रामीण क्षेत्रों एवं नगर पंचायत क्षेत्रों की संपूर्ण जनसंख्या की स्क्रीनिंग की जाएगी। ग्रामीण स्तर पर जनप्रतिनिधियों और समाज सेवियों के समूह बनाकर कार्य किया जाएगा। सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों को गांव में ही आइसोलेट करने और कोविड केयर सेंटर में पहुंचाने के लिए भी कार्य किया जाएगा। आवश्यकता होने पर गांवों में समूह बनाकर स्थानीय पंचायत भवनों, स्कूलों में आइसोलेशन सेंटर बनाए जाएंगे। शहरी क्षेत्र में कोविड केयर सेंटर, फीवर क्लीनिक के बारे में लोगो को बताया जाए। जिससे अधिक से अधिक लोग उसका फायदा ले सके। शहरी क्षेत्रों में कोविड सहायता केन्द्रों के माध्यम से कोविड -19 का प्रबंधन, ग्रामीण एवं नगर पंचायत क्षेत्रों की रणनीति, ग्राम स्तर पर प्राथमिक दल का गठन किया जाये जिसमें आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं ग्राम रोजगार सहायक सम्मिलित होंगे। प्राथमिक दल में जन अभियान परिषद के प्रस्फुटन समिति के सदस्यों को भी सम्मिलित किया जाए, नगर पंचायत के लिए प्राथमिक दल में नगर पंचायत के मैदानी कर्मचारियों को भी सम्मिलित किया जाए।