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कोरोना संक्रमित की मौत से गुस्साए स्वजन, सेहत अस्पताल में तोड़फोड़

इंदौर। उषा नगर के सेहत अस्पताल में रविवार रात कोरोना संक्रमित मरीज 35 वर्षीय अमित लक्ष्मीनारायण मोरले की मौत होने पर स्वजन और रिश्तेदारों ने तोड़फोड़ कर दी। खबर मिलते ही अन्नापूर्णा थाने से पुलिस अधिकारी बल लेकर अस्पताल पहुंचे और सबको शांत कराया। स्वजन का आरोप है कि डाक्टरों और स्टाफ की लापरवाही से अमित की जान गई है। देर रात तक स्वजन वहीं बैठे रहे और मांग करते रहे कि एसडीएम यहां आएं और मामले की जांच कराई जाए। अन्नपूर्णा थाने के प्रभारी नीलमणि ठाकुर ने बताया कि अमित को शनिवार दोपहर करीब 1:20 बजे सेहत अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसे आइसीयू में रखा गया था और रविवार शाम करीब 7 बजे उसकी मौत हो गई।

बाद में रात करीब 10-11 बजे स्वजन को अमित की मौत का पता चला तो सब अस्पताल में जमा हो गए और अस्पताल के सेकंड और फर्स्ट फ्लोर पर शीशे और कंप्यूटर आदि सामान में तोड़फोड़ कर दी। अमित के भाई जितेंद्र मोरले का कहना है कि हमने अस्पताल में 1.20 लाख रुपये जमा कराए हैं। अमित को जब भर्ती किया गया तो उसका आक्सीजन लेवल 73 पर था। डाक्टरों ने कहा कि उसे टोसी इंजेक्शन लगाना पड़ेगा। हम बाजार से 90 हजार रुपये में यह इंजेक्शन लेकर आए।

इंजेक्शन लगने के बाद डाक्टरों ने पांच अन्य इंजेक्शन लिखे। हम लोग आठ-आठ हजार के पांच इंजेक्शन लेकर आए। वह इंजेक्शन अब तक नहीं लगे हैं। दिन में भाई का फोन आया था कि आक्सीजन लगाने की बात पर वार्ड बाय मुझे मार रहा है। अस्पताल के डाक्टरों की लापरवाही से मेरे भाई की जान गई है।