आठवीं आक्सीजन एक्सप्रेस पहुंची प्रदेश
जबलपुर। भारतीय रेल के द्वारा कोरोना काल में यात्रियों को बचाने के लिए जीवन रेखा के रूप में लिक्विड आक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित की जा रही है। इसके तहत रोल ऑन रोल ऑफ सेवा के तहत आक्सीजन टैंकरों को ट्रक के माध्यम से जल्द से जल्द उनके गंतव्य स्टेशन तक पहुंचाया जा रहा है। इस सुविधा के अंतर्गत जहां आक्सीजन टैंक सीधे आक्सीजन आपूर्तिकर्ता फैक्ट्री से शीघ्रता शीघ्र अपने गंतव्य को पहुंच रहे हैं।
आठवीं आक्सीजन एक्सप्रेस बोकारो से मध्य प्रदेश पहुंची। इस एक्सप्रेस में तीन टैंकर थे , जो 34.31 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन लेकर आए। इनमें से एक टैंकर को जुकेही (कटनी) तथा बाकी दो टैंकरों को सागर के मकरोनिया स्टेशन पर उतारा गया। यह एक्सप्रेस बोकारो से शाम को 6:25 बजे चली थी, जो कोटशिला, झारसुगुड़ा, बिलासपुर, नई कटनी जंक्शन होते हुए जुकेही और सागर स्टेशन पहुंची। अभी तक भारतीय रेलवे के द्वारा मध्यप्रदेश में कुल 8 आक्सीजन एक्सप्रेस गाड़ी पहुंचाई जा चुकी हैं जिनसे कुल 305.93 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की पूर्ति की गई है।
आक्सीजन एक्सप्रेस को चलाने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं:-
1. लिक्विड आक्सीजन टैंक/ट्रकों को परिवहन करने के लिए विशेष वैगनो को चुना गया है।
2. प्रस्थान एवं गंतव्य स्टेशनों पर आक्सीजन टैंक युक्त ट्रकों के उतरान हेतु विशेष रेम्पो को बनाया गया है।
3. आक्सीजन के परिवहन हेतु रेलवे द्वारा ऐसे रूटों को चुना गया है ताकि वैगनो का शीघ्र एवं सुरक्षित परिवहन किया जा सके।
4. रेलवे वैगनों को रोड टैंकर लोडिंग पॉइंट के नजदीक प्लेस किया जा रहा है।
5. क्योंकि आक्सजन लिक्विड एक विशेष प्रकार का पदार्थ है अतः इसके परिवहन के दौरान विशेष सावधानी रखी जा रही है।
6. लिक्विड आक्सीजन एक जीवन उपयोगी आइटम है अतः इसकी रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रखी जा रही है और सभी क्षेत्रीय रेल के बीच में समन्वय स्थापित कर इसे शीघ्रता से गंतव्य स्टेशन की ओर पहुंचाया जा रहा है।