ब्रेकिंग
भाटापारा विधायक इन्द्र साव ने कांग्रेस की महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी का शुभारंभ किया थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस द्वारा भाटापारा क्षेत्र निवासरत एक बडे मोटरसाइकिल चोर गिरोह का किया गया पर्दाफाश मोटरसाइकिल चोर गिरोह के एक अपचारी बालक स... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:-विकास उपाध्याय क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को जिताया है,उसी प्रका... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:_विकास उपाध्याय। क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को भारी मतों से जिता... रायपुर के कांग्रेस भवन में भाटापारा विधायक इन्द्र साव का जन्मदिवस मनाया गया लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ी कांग्रेस की मुश्किलें, महादेव एप में छत्‍तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के खिलाफ FIR दर्ज सतगुरू कबीर संत समागम समारोह दामाखेड़ा पहुंच कर विधायक इन्द्र साव ने लिया आशीर्वाद विधायक इन्द्र साव ने विधायक मद से लाखों के सी.सी. रोड निर्माण कार्य का किया भूमिपूजन भाटापारा में बड़ी कार्यवाही 16 बदमाशों को गिरफ़्तार किया गया है, जिसमें से 04 स्थायी वारंटी, 03 गिरफ़्तारी वारंट के साथ अवैध रूप से शराब बिक्री करने व... अवैध शराब बिक्री को लेकर विधायक ने किया नेशनल हाईवे में चक्काजाम अधिकारीयो के आश्वासन पर चक्का जाम स्थगित करीबन 1 घंटा नेशनल हाईवे रहा बाधित।

 AIIMS अस्पताल से लौटते ही पार्थ चटर्जी को ईडी दफ्तर ले गए अधिकारी

पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी पार्थ चटर्जी मंगलवार सुबह कोलकाता लौट आए। सोमवार को उन्हें AIIMS भुवनेश्वर ले जाया गया था, जहां उनकी गहन जांच हुई। पार्थ करीब छह बजे कोलकाला पहुंचे। यहां से ईडी अधिकारी उन्हें सीधे सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ईडी कार्यालय ले गए। हाईकोर्ट के निर्देश पर उन्हें सोमवार को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भुवनेश्वर स्थित एम्स ले जाया गया था।

ईडी की छापेमारी के बाद पार्थ को बेचैनी महसूस हुई थी। इसके बाद वह सीधे एसएसकेएम अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हो गए। इस पर ईडी ने आपत्ति जताते हुए उन्हें जांच के लिए AIIMS ले जाए जाने की मांग की थी। वहीं एसएसकेएम अस्पताल के डॉक्टर तुषार कांति पात्रा ने बताया कि पार्थ चटर्जी की सेहत स्थिर है। मेडिकल रिपोर्ट आ गई है और वह ठीक हैं। उसकी गहन जांच की गई। हालांकि उन्हें कुछ समस्याएं थीं, लेकिन उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है, उनकी बारीकी से निगरानी की जा रही है।