प्रदेश की 2 लाख महिलाएं-लड़कियां सीख रही आत्मरक्षा के गुर
पाली। पाली शहर के निकट हेमावास गांव में सरकारी स्कूल की स्टूडेंट को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देती महिला कांस्टेबल।जरुरत पड़ने पर महिलाएं-लड़कियां खुद की रक्षा खुद कर सके इसलिए प्रदेश भर में महिलाओं व लड़कियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जा रही हैं। इसके तहत पाली में भी छात्राओं को स्कूल में जाकर आत्मरक्षा की ट्रेनिंग प्रशिक्षक महिला कांस्टेबल दे रही हैं। 15 अगस्त तक पाली में 8 हजार महिलाओं-लड़कियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देने का टारगेट दिया गया हैं।पाली शहर के निकट हेमावास गांव में सरकारी स्कूल की स्टूडेंट को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देती महिला कांस्टेबल।दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपराध-कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान निर्देश दिए थे कि 15 अगस्त 2022 तक प्रदेश की 2 लाख महिलाओं-बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देना हैं। उसके बाद जिलावार कार्य योजना बनाई गई। पाली जिले में 8 हजार महिलाओं-बालिकाओं को 15 अगस्त तक आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने का टारगेट दिया गया। इसके तहत प्रत्येक थाने से दो महिला कांस्टेबल जिन्होंने प्रशिक्षण ले रखा हैं वे स्कूल- कॉलेजों में जाकर वहां की छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे रही हैं।प्रत्येक थाने से दो महिला कांस्टेबल दे रही प्रशिक्षणपाली जिले में प्रत्येक थाने से दो महिला कांस्टेबलों का चयन किया गया हैं। जो अपने थाना क्षेत्र की स्कूलों ओर कॉलेजों में जाकर छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे रही हैं। पाली शहर के निकट हेमावास गांव के सरकारी स्कूल में कांस्टेबल ओमी चौधरी व पार्वती छात्राओंको आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे रही हैं। कांस्टेबल ओमी चौधरी ने बताया कि वह ताइक्वांडो की नेशनल प्लेयर रह चुकी हैं।