विजिलेंस के पास पहुंची 18 शिकायतें; खुलासे के बाद भारत भूषण ने पब्लिक कार्यक्रमों से बनाई दूरी
चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व चर्चित कांग्रेसी मंत्री भारत भूषण आशू बड़ी मुश्किल में फंसते जा रहे हैं। उनके खिलाफ एक नहीं बल्कि 18 शिकायतें पंजाब विजिलेंस ब्यूरो को मिली हैं। लगभग सभी शिकायतें फूड एवं सिविल सप्लाई की टेंडरिंग में कथित गड़बड़ी को लेकर हैं।आशू की याचिका के बाद हाईकोर्ट में पंजाब सरकार ने यह जानकारी दी है। विजिलेंस ने यह भी कहा कि आशू की तरफ से राजनीतिक बदलाखोरी के आरोप गलत हैं। विजिलेंस को जो शिकायतें मिली, उनकी ही जांच की जा रही है। जिसके बाद हाईकोर्ट ने पूरा जवाब ऑन रिकॉर्ड लेते हुए सुनवाई 8 अगस्त को तय कर दी है। वहीं विजिलेंस जांच की वजह से पंजाब कांग्रेस के वर्किंग प्रधान होने के बावजूद पूर्व मंत्री आशू ने अब कई पब्लिक कार्यक्रमों से दूरी बना ली है।राहत मांगने हाईकोर्ट पहुंचे आशूपूर्व मंत्री भारत भूषण आशू के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो 2 हजार करोड़ के टेंडर स्कैम की जांच कर रही है। इसकी भनक लगते ही आशू पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गए। आशू ने कहा कि उनके खिलाफ गिरफ्तारी जैसी कार्रवाई करने पर एक हफ्ते का नोटिस दिया जाए। वहीं विजिलेंस जांच में उन्हें भी शामिल किया जाए। इसी मामले में हाईकोर्ट ने सरकार से आशू के खिलाफ चल रही जांच की स्टेट्स रिपोर्ट मांगी थी।आशू पर आरोप, 20-25 लोगों को फायदा पहुंचायाआशू पर 2 हजार करोड़ के टेंडर घोटाले का आरोप लगाया जा रहा है। विजिलेंस इसकी जांच कर रही है। आशू पर छोटे ठेकेदारों ने आरोप लगाए थे कि पंजाब की मंडियों में लेबर और ट्रांसपोर्टेशन के टेंडर में गड़बड़ी की गई। छोटे ठेकेदारों को नजरअंदाज कर 20-25 लोगों को फायदा पहुंचाया गया। हालांकि आशू का कहना है कि यह टेंडर डीसी की अगुवाई वाली कमेटियां अलॉट करती हैं। उनके खिलाफ साजिश के तहत आरोप लगाए जा रहे हैं।