1 लाख 59 हजार के मुकाबले 1 लाख 62 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसलें
करौली: करौली जिले में हुई बारिश से खरीफ फसलों की बुवाई का आंकड़ा निर्धारित लक्ष्य से ऊपर पहुंच गया है।करौली जिले के बांध-तालाब भले ही अभी पानी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अब तक जिले में हुई बारिश से खरीफ फसलों की बुवाई का आंकड़ा निर्धारित लक्ष्य से ऊपर पहुंच गया है। जिले में इस बार भी बाजरे की बम्पर पैदावार होने की उम्मीद है। कृषि विभाग ने जिलेभर में 1 लाख 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में बाजरे की बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन किसानों ने लक्ष्य से ज्यादा 1 लाख 38 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में बाजरे की बुवाई की है।वहीं, खरीफ फसल की कुल बुवाई के लक्ष्य को देखें तो जिले में कुल 1 लाख 59 हजार 220 हेक्टेयर क्षेत्रफल में विभिन्न फसलों की बुवाई होनी थी, जिसके मुकाबले एक लाख 62 हजार 593 हेक्टेयर क्षेत्रफल में यह बुवाई हुई है। इस बुवाई में वे फसलें भी शामिल हैं, जिनका विभाग ने लक्ष्य ही निर्धारित नहीं किया था।गत वर्ष भी हुई थी लक्ष्य से अधिक बुवाईगत वर्ष कृषि विभाग की ओर से जिले में खरीफ फसल बुवाई का लक्ष्य एक लाख 61 हजार 700 हेक्टेयर क्षेत्रफल में रखा गया था, लेकिन जिले के किसानों ने एक लाख 61 हजार 802 हेक्टेयर क्षेत्रफल में विभिन्न फसलों की बुवाई की थी। जिले में रखे गए कुल बुवाई के लक्ष्य में सर्वाधिक एक लाख 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में बाजरे की बुवाई का लक्ष्य शामिल था, जिसके मुकाबले किसानों ने एक लाख 38 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में बाजरे की बुवाई कर दी है। वहीं, अन्य फसलों की स्थिति देखें तो विभाग ने 2 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की बुवाई का लक्ष्य रखा था, जिसके मुकाबले 1700 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बुवाई हो चुकी है। ज्वार का लक्ष्य एक हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल था और 850 हेक्टेयर क्षेत्रफल में अब तक बुवाई हुई है।रामलाल जाट, उपनिदेशक, कृषि विभाग, करौली का कहना है की जिले के विभिन्न क्षेत्रों में फसलों की लिहाज से अब तक पर्याप्त बारिश हुई है, जिससे इस बार के खरीफ फसलों के रखे गए लक्ष्यों में अधिकांश फसलों की लक्ष्य के अनुरूप बुवाई हो चुकी है। विभाग ने 17 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिल बुवाई का लक्ष्य रखा, जिसके मुकाबले 13 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में बुवाई हुई है। मूंग-मुंगफली का नहीं लक्ष्य, लेकिन बुवाई हुई। विभाग ने जिले में गत वर्ष की तरह इस बार भी कुछ फसलों का लक्ष्य रखा ही नहीं गया, लेकिन किसानों ने इन फसलों की भी बुवाई की है। मक्का, मूंग, मूंगफली, सोयाबीन आदि का कोई लक्ष्य नहीं होने के बाद भी इनकी बुवाई हुई है। इनमें 30 हेक्टेयर क्षेत्रफल में मक्का, 150 हेक्टेयर क्षेत्रफल में मूंग, 750 हेक्टेयर क्षेत्रफल में मूंगफली, 5 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सोयाबीन की बुवाई हो चुकी है। बाजरा तो लक्ष्य से अधिक बोया जा चुका है।