स्टाफ ने ट्रॉमा सेंटर में कराया भर्ती, 3 घंटे बाद आया होश
सिरोही: अस्पताल में मटके पर रखे लोटे को उठाकर उसमें रखा पानी समझकर देसी शराब पीने से एक कंपाउंडर की तबीयत खराब हो गई।सिरोही जिला पशु अस्पताल में कार्यरत कंपाउंडर हवा सिंह गुर्जर ड्यूटी के बाद जरूरी काम से वापस अस्पताल पहुंचा और तेज प्यास लगने पर मटके पर रखे लोटे को उठाकर उसमें रखा पानी समझकर देसी शराब पी गया। देसी शराब पीते ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। दूसरे स्टाफ ने बेहोशी की हालत में उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, वहां 3 घंटे पश्चात उसे होश आया।पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक जगदीश बड़बर ने बताया कि पशु अस्पताल में कार्यरत पशु कंपाउंडर हवा सिंह गुर्जर उसकी ड्यूटी करने के पश्चात किसी काम से वापस अस्पताल पहुंचा। अस्पताल पहुंचते उसे तेज प्यास लगने पर वह सीधा मटके के पास पहुंचा तथा उस पर रखे लोटे में रखा पानी समझकर उसे पी गया। लोटे में रखी देसी शराब पीते ही उसे उल्टी हुई और वह बेसुध हो गया। उसे नीचे गिरता देख वहां मौजूद स्टाफ ने उसे संभाला तथा अस्पताल के वाहन से सिरोही अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया। अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने इलाज शुरू किया करीब 3 घंटे के पश्चात उसे पूरी तरह होश आया। डॉक्टरों ने उसे सुरक्षा की दृष्टि से रात और अस्पताल में रुकने के लिए कहा है।उन्होंने बताया कि अस्पताल में थोड़ी ही देर पूर्व पालड़ी एम के पशु अस्पताल हाल कंट्रोल रूम पशु पालन विभाग में पशुधन परिचय पद पर कार्यरत दलपत सिंह और कनिष्ठ सहायक विष्णु प्रताप ने अस्पताल में ही शराब पी तथा लोटे में देसी शराब छोड़ कर चले गए। लोटे में रखी शराब को हवा सिंह गुर्जर पानी समझकर पी गया था जिससे वह बेहोश हो गया। इस मामले में पशु अस्पताल के संयुक्त निदेशक जगदीश बड़बर ने कहा कि घटना की पूरी जानकारी उन्हें मिली है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को और उप निदेशक को ठोस कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है। गलती करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा।