ट्विटर ने भारत को दी 1.5 करोड़ डॉलर की मदद, अस्पतालों को मिलेंगे ऑक्सीजन और वेंटिलेटर
सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर ने भारत में कोविड-19 संकट का मुकाबला करने के लिए 1.5 करोड़ डॉलर दिए हैं। भारत कोरोना वायरस महामारी की दूसरी प्राणघातक लहर का सामना कर रहा है। ट्विटर के सीईओ जैक पैट्रिक डोर्सी ने सोमवार को ट्वीट किया कि यह राशि तीन गैर-सरकारी संगठनों- केयर, एड इंडिया और सेवा इंटरनेशनल यूएसए को दान की गई है।
ट्विटर के सीईओ ने ट्वीट कर दी जानकारी
केयर को एक करोड़ डॉलर दिए गए हैं, जबकि एड इंडिया और सेवा इंटरनेशनल यूएसए को 25-25 लाख डॉलर दिए गए हैं। ट्विटर ने एक बयान में कहा कि सेवा इंटरनेशनल एक हिंदू आस्था आधारित मानवीय और गैर-लाभकारी सेवा संगठन है। इस अनुदान से सेवा इंटरनेशनल के ‘हेल्प इंडिया डिफीट कोविड-19’ अभियान के तहत ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, बायपैप (बाइलेवल पॉजिटिव एयरवे प्रेशर) मशीनों जैसे जीवन रक्षक उपकरणों को खरीदा जाएगा।
डोर्सी का किया धन्यवाद
बयान में कहा गया कि ये उपकरण सरकारी अस्पतालों और कोविड-19 देखभाल केंद्रों और अस्पतालों में वितरित किए जाएंगे। इस घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सेवा इंटरनेशनल के उपाध्यक्ष संदीप खडकेकर (विपणन और कोष विकास) ने इस दान के लिए डोर्सी को धन्यवाद दिया और कहा कि इससे सेवा के कार्यों को मान्यता मिली है। उन्होंने बताया कि हम स्वयंसेवकों द्वारा संचालति एक गैर-लाभकारी संगठन हैं, और पवित्र हिंदू मंत्र ‘सर्व भवन्तु सुखिनः’का पालन करते हुए सभी की सेवा में विश्वास करते हैं।’’
भारत को मदद मिलने का सिलसिला जारी
संदीप खडकेकर ने बताया कि सेवा की प्रशासनिक लागत लगभग पांच प्रतिशत है, जिसका अर्थ है कि दान में मिले प्रत्येक 100 डॉलर सें 95 डॉलर उन लोगों पर खर्च किया जाता है, जिनके लिए दान मिला है। स्टन मुख्यालय वाले सेवा यूएसए ने अब तक भारत में कोविड-19 राहत कार्यों के लिए 1.75 करोड़ अमरीकी डालर जुटाए हैं। केयर वैश्विक गरीबी से लड़ने वाला एक अग्रणी मानवीय संगठन है। एसोसिएशन फॉर इंडियाज डेवलपमेंट (एड) एक स्वयंसेवी संगठन है, जो स्थायी, न्यायसंगत विकास को बढ़ावा देता है।